Devshayani Ekadashi 2025: देवशयनी एकादशी प्रत्येक वर्ष आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि (2025 ashadhi ekadashi) के दौरान मनाई जाती है। इस एकादशी को हरि शयनी एकादशी भी कहा जाता है। सनातन धर्म में मान्यता है कि इस दौरान भगवान विष्णु क्षीरसागर में शयन करते हैं और 4 माह तक योग निद्रा में चले जाते हैं जिसे चातुर्मास भी( 2025 chaturmas) कहा जाता है। इन चार महीनों तक मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं और इन चार महीनों में श्रध्दा, नियम पूर्वक व्रत पूजा, विशेष उपाय करना फलदाई माना जाता है।

देवशयनी एकादशी पूजा और व्रत समय (2025 me devshayani ekadashi kab hai)
पाठकों की जानकारी के लिए बता दे वर्ष 2025 में देवशयनी एकादशी 6 जुलाई 2025 को दोपहर 12:25 से प्रारंभ हो रही है (devshayani ekadashi muhurat and tithi) और एकादशी तिथि की समाप्ति 7 जुलाई दोपहर 2:45 पर होने वाली है। ऐसे में उदया तिथि का पालन करने वाले इस एकादशी के व्रत को 7 जुलाई 2025 सोमवार के दिन मनाएंगे और व्रत का पारण 8 जुलाई 2025 सुबह 6:00 से 8:20 तक किया जाएगा।
देवशयनी एकादशी उपाय(devshayani ekadashi par kare ye upay)
यदि आपके जीवन में भी कई प्रकार की परेशानियां उथल-पुथल मचा रही है तो देव शनि एकादशी पर यह उपाय आपके लिए काफी लाभदायक सिद्ध होते हैं-
संतान सुख के लिए: संतान सुख के लिए देवशयनी एकादशी के दिन संतान गोपाल स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। एकादशी के दिन व्रत कर 11 तुलसी की माला का जाप कर इस स्तोत्र का पाठ किया जा सकता है जिससे संतान सुख की प्राप्ति होती है।
विवाह में विलंब हेतु विष्णु पूजन: यदि आपके विवाह में विभिन्न प्रकार की रुकावटें आ रही है तो इस दिन लक्ष्मी नारायण की प्रतिमा पर केसर चढ़ाकर आप पीले वस्त्र अर्पण कर सकते हैं और 108 बार ओम लक्ष्मी नारायणाय नमः मंत्र का जाप कर सकते हैं जिससे विवाह की सारी बाधाएं दूर हो जाएंगी।
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धन समृद्धि की प्राप्ति हेतु: यदि आप लंबे समय से आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं तो इस दिन विष्णु सहस्त्रनाम या श्री सूक्त का पाठ करें, ऐसा करने से धन वैभव संबंधित सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
रोगों से मुक्ति के लिए: देवशयनी एकादशी पर व्रत रखने से मानसिक और शारीरिक रोग से दूर हो जाते हैं। इस दिन यदि आप गरीबों को यथासंभव दान करते हैं तो सारे शारीरिक दिक्कतों से मुक्ति मिल जाती है।
शत्रु बाधा से मुक्ति: इस दिन विष्णु यंत्र या श्री यंत्र की स्थापना घर के पूजा स्थान में करें और यंत्र की विधिवत पूजा कर 108 बार ओम वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप करें। इससे शत्रु बाधाएं दूर हो जाती है यहां तक की लंबे चल रहे कोर्ट के मुकदमे भी चुटकियों में हल हो जाते हैं।