बटेंगे तो कटेंगे! महाराष्ट्र में ही बंटने लगा NDA

Devendra Fadnavis Vs Ajit Pawar : भारतीय जनता पार्टी के बिग फेस और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi AdityaNath) ने एक नारा दिया ‘बटेंगे तो कटेंगे (Batenge To Katenge ) ये नारा पूरे देश में ऐसा चला कि जैसे चुनावी हवा ही बदल गई. विपक्ष ने इसे हिंसक नारा कारर दिया , वही विपक्ष जो सिर तन से जुदा के नारे में चुप रहता है उसे बटेंगे तो कटेंगे वाला नारा ऑफेंसिव लगा. इसके बाद महाराष्ट्र (Maharashtra election) में पीएम मोदी (PM Modi ) ने एक और नारा दिया ‘एक हैं तो सेफ हैं’ ये नारा भी खूब चला मगर ‘बटेंगे तो कटेंगे’ जैसे अब ‘सबका साथ सबका विकास’ वाले नारे से ज्यादा ट्रेंडी हो गया हो. इस नारे के असर से न सिर्फ विपक्ष हिल गया बल्कि पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे दलों और नेताओं को यह खटकने भी लगा. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार (Ajit Pawar ) ने तो एक चैनल को इंटरव्यू देते हुए यह तक कह दिया कि ये सब नारे यूएपी – बिहार में चलते होंगे यहां नहीं चलेंगे जबकि योगी ने महाराष्ट्र में ये नारा NDA के चुनाव प्रसार के लिए ही लगाया जिसका अजीत पवार की NCP भी हिस्सा है.

जब अजीत पवार ने योगी के फेमस नारे का विरोध किया तो जनता को ये समझ में आ गया कि अभी महाराष्ट्र में NDA ही पूरी तरह से एक नहीं हो पाई है. यहां विपक्ष तो इस नारे के खिलाफ है ही उल्टा NDA के समर्थित दल भी इसके खिलाफ बोलने लगे हैं. देखा जाए तो अजीत पवार को ‘बटेंगे तो कटेंगे ‘ के नारे का विरोध करने की ज़रूरत नहीं थी मगर उन्होंने ऐसा जानभूझकर किया ताकि उनके गैर हिन्दू वोटर्स भी उनके NDA से जुड़ने के बाद भी बने रहें। खैर अजीत के बयान से NDA में खटास तो पड़ ही गई , शिवसेना शिंदे और बीजेपी दोनों ही यह समझ गए कि अजीत पवार की विचारधारा अभी भी दोनों दलों की हिंदुत्व की विचारधारा से अलग है.

फडणवीस ने कहा – अजीत हिन्दू विरोधियों के साथ रहे

अजीत पवार के इस नारे के खिलाफ बयान देने के बाद किसी भी बीजेपी नेता ने अपना रिएक्शन नहीं दिया , योगी आदित्यनाथ ने भी कुछ नहीं कहा मगर अब जाकर एक हालिया इंटरव्यू में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अजीत पवार के बयान का काउंटर किया है. जब उनसे अजीत के विरोधी बयान से जुड़ा सवाल किया गया तो उन्होंने कहा – अजीत पवार दशकों से ऐसे लोगों के साथ रहे जो हिंदू विरोधी हैं, ‘बटेंगे तो कटेंगे ‘ नारे में कुछ गलत नहीं है, अजीत पवार को ये समझने में थोड़ा वक़्त लगेगा।

फडणवीस ने कहा कि मुझे योगी जी के नारे में कुछ गलत नहीं लगता , आप इतिहास उठाकर देख लीजिये। जब – जब इस देश को जातियों , प्रांतों और समुदायों में बांटा गया यह देश गुलाम बना.

बता दें कि महाराष्ट्र चुनाव की वोटिंग 20 नवंबर को होनी है, लेकिन जैसे – जैसे वोटिंग की तारिक करीब आती गई NDA दलों में मतभेद की स्थिति पैदा होने लगी . बीजेपी अब महाराष्ट्र चुआव में अजीत पवार के भरोसे नहीं रह सकती है, अवसरवादी अजीत पवार कब पाला बदल लें इसका कोई ठिकाना नहीं है.

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