देहरादून। उत्तराखंड के सहस्त्रधारा इलाके में मंगलवार को बादल फटने से भयंकर तबाही हुई है। इस आपदा में ट्रैक्टर-ट्रॉली समेत उसमें बैठे मजदूर नदी के तेज बहाव में बह गए। नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया तो मलबा मुख्य बाजार में घुस गया। इस घटना से कई घर व दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं. तपकेश्वर मंदिर समेत कई घाट डूब गए हैं। देहरादून को पौड़ी और टिहरी से जोड़ने वाली सड़क भी बह गई है। इस घटना में ट्रैक्टर सवार समेत 8 लोगो के मौत की खबर आ रही है। पानी में बहे 4 लोग लापता है।
यहां हुई तबाही
देहरादून में आई इस प्रकृतिक आपदा से तमसा, कारलीगाड़, टोंस और सहस्त्रधारा नदी में जलस्तर बढ़ गया। सहस्त्रधारा समेत आसपास के इलाके तपोवन, आईटी पार्क, घंगौरा, घड़ी कैंट इलाकों में पानी भर गया। कई सड़कें बह गईं। टपकेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी का कहना है कि सुबह 5 बजे नदी में बाढ़ आई, पूरा मंदिर डूब गया, कई मूर्तियां बह गईं। हालांकि, गर्भगृह सुरक्षित है। पानी उतरने पर मंदिर में 2 फीट मलबा दिखा।
बारिश का जारी किया गया अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से देहरादून समेत चमोली, चंपावत, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर और नैनीताल जिले के कुछ इलाकों में तेज दौर की बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। दूसरे जिलों में भी तेज बारिश होने की संभावना है। आने वाले दिनों की बात करें तो 21 सितंबर तक प्रदेशभर में तेज दौर की बारिश होने के आसार हैं।
पीएम और सीएम ने लिया संज्ञान में
सहस्त्रधारा में बादल फटने की घटना पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि कुदरती कहर की दुखद सूचना प्राप्त हुई है। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, पुलिस मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। इस संबंध में निरंतर स्थानीय प्रशासन से संपर्क में हूं और स्वयं स्थिति की निगरानी कर रहा हूं। ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से देहरादून में आई आपदा की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने प्रदेश को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया और कहा कि केंद्र सरकार आपदा की इस घड़ी में राज्य के साथ मजबूती से खड़ी है।