Deva Pardi Custodial Death Case: देवा पारदी मौत मामले में हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने कहा कि यदि 7 अक्टूबर तक गिरफ्तारी नहीं हुई, तो 8 अक्टूबर को सीबीआई जांच अधिकारी और मध्य प्रदेश गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को कोर्ट में पेश होना होगा।
Deva Pardi Custodial Death Case: गुना पुलिस ने आत्माराम पारदी हत्याकांड में गवाहों को धमकाने के मामले में बर्खास्त सब इंस्पेक्टर रामवीर सिंह कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया है। ढाई साल से सीआईडी उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी थी। दूसरी ओर, देवा पारदी कस्टडी डेथ मामले में फरार मुख्य आरोपी टीआई संजीत सिंह मावई ने शिवपुरी जिले के बदरवास थाने में सरेंडर कर दिया। हाल ही में सीबीआई ने इस मामले में एक अन्य आरोपी एएसआई उत्तम सिंह को इंदौर से गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपी पिछले एक साल से फरार थे।
बर्खास्त सब इंस्पेक्टर रामवीर सिंह को हाल ही में हाई कोर्ट से आत्माराम हत्याकांड में जमानत मिली थी। गवाहों को धमकाने के एक अन्य मामले में उनकी अग्रिम जमानत याचिका पर सोमवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन उससे पहले गुना पुलिस ने रविवार रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को सूचना मिली थी कि रामवीर पिछले तीन-चार दिनों से गुना में था और समर्थकों से मिल रहा था। उनकी मुलाकातों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे। इस आधार पर एसपी अंकित सोनी ने विशेष टीम गठित कर उनकी गिरफ्तारी की।
सुप्रीम कोर्ट से मिली थी फटकार
देवा पारदी कस्टडी डेथ मामले में सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में सुनवाई के दौरान कड़ी फटकार लगाई थी। कोर्ट ने कहा था कि यदि 7 अक्टूबर तक फरार पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो 8 अक्टूबर को सीबीआई के जांच अधिकारी और मध्य प्रदेश गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश होना होगा।
देवा पारदी की हुई थी मौत
26 वर्षीय देवा पारदी की 2024 में पुलिस हिरासत में कथित तौर पर मौत हो गई थी। इस मामले में दो पुलिस अधिकारियों, एएसआई उत्तम सिंह और टीआई संजीत मावई, पर हिरासत में मारपीट के आरोप हैं। सीबीआई ने दोनों फरार अधिकारियों पर दो-दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।