Dental Problems in Diabetic Kids: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर, ब्लड शुगर (ग्लूकोज) की मात्रा को नियंत्रित नहीं कर पाता। ग्लूकोज हमारे खाने से मिलने वाली एनर्जी का मुख्य सोर्स है। वहीं हमारे शरीर में इंसुलिन नाम का हार्मोन होता है जो ग्लूकोज को शरीर के कोशिकाओं तक पहुंचाने में मदद करता है। जिन लोगों को डायबिटीज होती है उन्हें इंसुलिन के इंजेक्शन लेने की जरूरत पड़ती है।
डायबिटिज आमतौर पर वयस्कों में होती है लेकिन आजकल यह समस्या युवाओं और बच्चों में तेजी से फैल रही है। डायबिटीज के कारण हार्ट की बीमारियां, आंखों की बीमारियां और कई डेंटल समस्याएं होने लगती हैं। बच्चों के दांतों में सड़न और मसूड़ों से जुड़े रोगों का कारण डायबिटीज हो सकती है। इस लेख में जानेंगे डायबिटिक बच्चों के लिए डेंटल केयर टिप्स।
डायबिटिक बच्चों में होने वाली 5 डेंटल समस्याएं
- डायबिटीज के कारण ड्राई माउथ की समस्या हो सकती है।
- मुंह में छाले और इन्फेक्शन का कारण भी डायबिटीज की बीमारी हो सकती है।
- मसूड़ों की सूजन या जिंजिवाइटिस (Gingivitis) भी डायबिटीज का एक साइड इफेक्ट हो सकता है।
- डायबिटीज के कारण बच्चों के दांत में कैविटी या सड़न हो सकती है।
- डायबिटीज में बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण दांत पर सफेद दाग हो सकते हैं।
डायबिटिक बच्चों के लिए ख़ास डेंटल केयर टिप्स
- ऐसे बच्चों को दिन में कम से कम दो बार दांतों की सफाई करना चाहिए।
- ड्राई माउथ की समस्या को रोकने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए।
- बच्चों की डाइट में फाइबर युक्त आहार को शामिल करें। बच्चों को मीठा और अत्यधिक कार्बोहाइड्रेट वाली चीजों से दूर रखना चाहिए।
- अगर बच्चा इंसुलिन लेता है, तो उसे सही समय पर इंसुलिन लेने की सलाह दें जिससे डायबिटीज का स्तर सामान्य बना रहे।
- बच्चे को कुछ भी खाने के बाद और खाने से पहले मुंह को कुल्ला करने की आदत होनी चाहिए।
- बच्चे को हर 2 से 3 महीनों में कम से कम एक बार डेंटिस्ट के पास जरूर लेकर जाएं।