Mauhari Puri: मउहरी पूड़ी बनाने की प्रक्रिया सरल लेकिन स्वाद में लाजवाब है। मउहरी पूड़ी, जिसे महुए की पूड़ी के नाम से भी जाना जाता है, यह बघेल खंड का एक प्रसिद्ध और स्वादिष्ट पारंपरिक व्यंजन है। मउहरी पूड़ी इस क्षेत्र की खाद्य परंपरा का एक शानदार उदाहरण है, जो स्थानीय सामग्रियों का उपयोग करके बनाई जाती है।
Bagheli Mauhari Recipe: मउहरी पूड़ी, जिसे महुए की पूड़ी के नाम से भी जाना जाता है, यह बघेल खंड का एक प्रसिद्ध और स्वादिष्ट पारंपरिक व्यंजन है। यह अनोखा व्यंजन महुआ के फूलों से तैयार किया जाता है, जो इस क्षेत्र की संस्कृति और प्रकृति से गहराई से जुड़ा हुआ है। महुआ का पेड़ मध्यप्रदेश में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके फूलों का उपयोग न केवल भोजन में, बल्कि औषधीय और सांस्कृतिक रूप से भी किया जाता है। मउहरी पूड़ी इस क्षेत्र की खाद्य परंपरा का एक शानदार उदाहरण है, जो स्थानीय सामग्रियों का उपयोग करके बनाई जाती है।
मउहरी बनाने का तरीका ( Mauhari Kaise Banaen)
मउहरी पूड़ी बनाने की प्रक्रिया सरल लेकिन स्वाद में लाजवाब है। इसके लिए सबसे पहले, सूखे महुए के फूलों को भिगोकर उनका गूदा तैयार किया जाता है। इस गूदे को गेहूं के आटे के साथ मिलाया जाता है। इसमें स्वाद बढ़ाने के लिए मसाले और कभी-कभी गुड़ या चीनी भी डाली जाती है। आटे को गूंथकर छोटी-छोटी लोइयां बनाई जाती हैं, जिन्हें बेलकर गर्म तेल में तला जाता है। तलने के बाद ये पूड़ियां सुनहरी और कुरकुरी हो जाती हैं, जिनका स्वाद महुए की मिठास और मसालों के मिश्रण से और भी लाजवाब हो जाता है।
यह व्यंजन न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि पौष्टिक भी माना जाता है, क्योंकि महुआ में प्रोटीन, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। बघेल खंड के ग्रामीण क्षेत्रों में इसे विशेष अवसरों और त्योहारों पर बनाया जाता है। मउहरी पूड़ी को आमतौर पर चटनी, सब्जी या आम के अचार के साथ परोसा जाता है। यह व्यंजन स्थानीय लोगों की आतिथ्य भावना और उनकी प्रकृति के प्रति गहरी निष्ठा को दर्शाता है।
मउहरी पूड़ी आज भी बघेल खंड की खाद्य संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। यह न केवल स्वाद का प्रतीक है, बल्कि विंध्य की समृद्ध परंपराओं और प्राकृतिक संसाधनों का उत्सव भी है। इसे घर पर बनाकर आप भी इस अनोखे स्वाद का आनंद ले सकते हैं।
मउहरी बनाने के लिए देखें यह वीडियो-