दिल्ली यौन शोषण मामला: आरोपी चैतन्यानंद सरस्वती को आगरा से किया गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने आत्मनिर्वासित ‘गॉडमैन’ चैतन्यानंद सरस्वती (Chaitanyananda Saraswati) को आगरा से शनिवार तड़के गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई से दिल्ली में 17 महिला छात्राओं के साथ यौन शोषण (#SexualAssaultCase) के मामले में बड़ी सफलता मिली है। 62 वर्षीय आरोपी पर दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के एक प्रबंधन संस्थान में छात्राओं के साथ कथित रूप से दुर्व्यवहार करने का आरोप है, जहां वह निदेशक था। पुलिस ने बताया कि चैतन्यानंद को आगरा में एक गुप्त ठिकाने से पकड़ा गया, जहां वह फरार था।

दिल्ली पुलिस की एक विशेष टीम ने चैतन्यानंद को शनिवार सुबह 4:30 बजे आगरा में एक होटल से गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, उसे एक टिपऑफ के आधार पर ट्रेस किया गया था, क्योंकि वह मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करता था, जिससे उसकी लोकेशन पिन करना मुश्किल हो रहा था। गिरफ्तारी के बाद उसे दिल्ली लाया गया, जहां उसे अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस ने बताया कि चैतन्यानंद के खिलाफ वसंत कुंज (Vasant Kunj) थाने में 4 अगस्त 2025 को एक FIR दर्ज की गई थी, जिसमें 17 छात्राओं ने यौन शोषण और धमकी के आरोप लगाए थे।

मामला और पिछले रिकॉर्ड

चैतन्यानंद, जिनका असली नाम पार्थ सारथी (Partha Sarathy) है, श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट (Sri Sharada Institute) के निदेशक के रूप में कार्यरत थे, जो श्री शृंगेरी पीठम (Sringeri Peetham) द्वारा संचालित है। आरोप है कि उसने छात्राओं को रात में अपने क्वार्टर में बुलाया और अश्लील संदेश भेजे। जांच में पता चला कि उसके खिलाफ 2009 और 2016 में भी दो मामले दर्ज हुए थे, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस ने उसके बैंक खातों से 8 करोड़ रुपये फ्रीज किए हैं, जो कथित तौर पर गलत तरीके से जमा किए गए थे।

पुलिस ने चैतन्यानंद के वसंत कुंज आश्रम से एक लग्जरी वोल्वो कार भी जब्त की, जिसमें नकली कूटनीय नंबर प्लेट पाई गईं। डीसीपी (दक्षिण-पश्चिम) संजीव कुमार यादव ने कहा, “हमने उसके ठिकानों की तलाशी ली और डिजिटल सबूत जुटाए हैं। आगे की जांच जारी है।” आरोपी को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां पुलिस रिमांड (#PoliceCustody) की मांग करेगी। इस मामले में पीड़ितों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे।

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