Delhi Pollution Protest : दिल्ली की हवा एक बार फिर जहर की खान बन गई है। जहरीली हवा से त्रस्त आम आदमी सड़कों पर उतर आए हैं। नई दिल्ली जिले के इंडिया गेट स्थित सी-हेक्सागन क्षेत्र में प्रदूषण विरोधी प्रदर्शन के दौरान रविवार शाम को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इंडिया गेट पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कर्मियों पर मिर्ची स्प्रे से हमला कर दिया। इस हमले में तीन-चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इस मामले में अब तक 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है, कई प्रदर्शनकारियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं, घायल पुलिसकर्मियों का इलाज राम मनोहर लोहिया अस्पताल में चल रहा है।
क्या है यह प्रदर्शन का पूरा मामला?
रविवार शाम को इंडिया गेट के सी-हैक्सागन पर प्रदर्शन ने अचानक हिंसक मोड़ ले लिया। दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोग सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे। लेकिन जब पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की, तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने मिर्ची स्प्रे का सहारा ले लिया। डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (नई दिल्ली) देवेश कुमार महला ने बताया कि यह पहली बार है जब भीड़ नियंत्रण के दौरान पुलिस पर मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल हुआ। तीन-चार पुलिसकर्मी आंखों और चेहरे पर झुलस गए, जिन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने 15 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है, और एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।
प्रदर्शनकारियों ने एंबुलेंस व मेडिकल स्टाफ को भी रोका
प्रदर्शनकारी दिल्ली कोऑर्डिनेशन कमिटी फॉर क्लीन एयर के बैनर तले इकट्ठा हुए थे। प्रदर्शनकारियों का कहना है, “सरकार सिर्फ सतही उपाय कर रही है – जैसे पानी छिड़कना, क्लाउड सीडिंग या AQI स्टेशनों के आसपास स्प्रे करना। असली समस्या पर ध्यान नहीं।” प्रदर्शन के दौरान लोग सड़क पर उतर आए, एम्बुलेंस और मेडिकल स्टाफ को रास्ता देने से इनकार कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने बैरिकेड लगाए थे, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उन्हें तोड़ दिया और धरना दे दिया। हटाने की कोशिश में मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल हुआ। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि प्रदर्शनकारियों के पास हाल ही में मारे गए माओवादी कमांडर मदवी हिड़मा के पोस्टर भी थे, जिससे मामला और जटिल हो गया। इसके साथ ही, प्रदर्शनकारियों ने खतरनाक नारेबाजी की, जिनमें नक्सली नेता हिडमा के समर्थन में नारे लगाए गए।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कर्मियों पर डाला मिर्ची स्प्रे
डीसीपी महला ने बताया कि कुछ प्रदर्शनकारी सी-हेक्सागन के अंदर इकट्ठा हुए और पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड को तोड़कर सड़क पर बैठ गए। पुलिस ने उन्हें कई बार हटने का अनुरोध किया, क्योंकि उनके पीछे कई एंबुलेंस और मेडिकल टीमें फंसी थीं, जिन्हें आपातकालीन रास्ते की जरूरत थी। लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने और बैरिकेड तोड़कर सड़क पर बैठ गए, जिससे यातायात बाधित हो गया। अधिकारी के अनुसार, स्थिति जब नियंत्रण से बाहर होती दिखी, तो पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाना शुरू कर दिया। इसी दौरान कई प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की की और विरोध प्रदर्शन किया। झड़प के दौरान, कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर मिर्ची स्प्रे का भी इस्तेमाल किया, जिससे तीन से चार पुलिसकर्मियों की आंखों में गंभीर जलन हुई। उन्होंने स्पष्ट किया कि सार्वजनिक सुरक्षा से जुड़ी किसी भी आपात स्थिति में बाधा डालना और पुलिस पर हमला करना कानूनन अपराध है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद पुलिस ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है और स्थिति का नियंत्रण बनाने के प्रयास जारी हैं।
दिल्ली में AQI की कैटगरी क्यों हो रही खराब?
अब सवाल यह है कि दिल्ली की हवा कब बनेगी साफ? रविवार सुबह सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली का ओवरऑल AQI 381 पर पहुंच गया, जो ‘बहुत खराब’ कैटेगरी में है। इससे सांस की बीमारियां, आंखों में जलन और बच्चों-बुजुर्गों को खासी खतरा। हर साल सर्दियों में यह समस्या बढ़ जाती है – पराली जलाना, वाहनों का धुआं, फैक्टरियां। लेकिन सरकार क्या कर रही है? ऑड-ईवन, कंस्ट्रक्शन बैन, लेकिन प्रदर्शनकारी कहते हैं – ये काफी नहीं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि लंबे समय के समाधान चाहिए – जैसे इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को बढ़ावा, ग्रीन बेल्ट, और पड़ोसी राज्यों से कोऑर्डिनेशन। लेकिन फिलहाल, दिल्लीवासी मास्क लगाकर जी रहे हैं। क्या यह प्रदर्शन सरकार को झकझोर पाएगा? या फिर हिंसा से मुद्दा दब जाएगा?
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