Delhi MLA Fund Increased : दिल्ली की आतिशी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। कैबिनेट मीटिंग में विधायक निधि (MLA LAD) में बढ़ोतरी का ऐलान किया गया है। मुख्यमंत्री आतिशी ने इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि आज कैबिनेट मीटिंग में विधायक निधि को लेकर फैसला लिया गया। विधायक निधि को 10 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 15 करोड़ रुपये सालाना हो गया।
दिल्ली के विधायकों की सबसे ज्यादा विधायक निधि। Delhi MLA Fund Increased
मुख्यमंत्री आतिशी ने यह भी बताया कि देश के किसी अन्य राज्य के पास इतना विधायक निधि नहीं है। गुजरात 1.5 करोड़ रुपये का विधायक निधि देता है। आंध्र प्रदेश, कर्नाटक 2 करोड़ रुपये देते हैं। दिल्ली सरकार ने विधायक निधि को 10 से बढ़ाकर 15 करोड़ करने का फैसला किया है ताकि यहां के लोगों को जरूरी सुविधाओं की कमी न हो और विकास कार्य आगे बढ़ें। आम आदमी पार्टी की सरकार जनता से जुड़े काम करती रहेगी।
हमारी सरकार जनता के लिए काम करती है: आतिशी
अन्य राज्यों के आंकड़ों का हवाला देते हुए आतिशी ने कहा, “ओडिशा, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश 3 करोड़ देते हैं। महाराष्ट्र, केरल, झारखंड, तेलंगाना, राजस्थान, उत्तराखंड विधायक निधि के रूप में प्रति वर्ष 5 करोड़ रुपये देते हैं। दिल्ली विधायक निधि में 15 करोड़ रुपये देगी। यह न केवल देश में सबसे अधिक है, बल्कि मौजूदा राज्यों से तीन गुना अधिक है। हमारी सरकार दिल्ली के लोगों के लिए काम करना जारी रखेगी।
टूटी सड़कों और सीवर की समस्या को देखते हुए यह फैसला लिया गया।
सीएम आतिशी ने कहा कि भाजपा 22 राज्यों में सरकार चलाती है, वे एक ऐसा राज्य बता दें, जहां वह लाभ में सरकार चला रही हो। हम अपनी सरकार के आंकड़े सामने रखेंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री सौरभ भारद्वाज भी मौजूद थे, जिन्होंने कहा, “इस साल दिल्ली में बहुत बारिश हुई। सड़कें और फुटपाथ बहुत टूट-फूट गए। सीवर में दिक्कत आई। इस वजह से दोनों पार्टियों के विधायक मुझसे मिल रहे थे और विधायक निधि बढ़ाने की मांग कर रहे थे। यह फंड इसलिए बनाया गया था ताकि विधायक अपने क्षेत्रों में काम करवा सकें।
हम बंगले के लिए राजनीति करने नहीं आए हैं। Delhi MLA Fund Increased
सीएम आवास सील होने पर सीएम आतिशी ने कहा कि बंगले के लिए बीजेपी को बधाई। हम सड़कों से सरकार चलाएंगे। आतिशी ने कहा कि बीजेपी इसलिए परेशान है क्योंकि वो हमें चुनाव में हरा नहीं पा रहे हैं। उनकी सरकार नहीं बन पा रही है। जब वो विधायकों को खरीदने की कोशिश करते हैं तो भी ऐसा नहीं होता। अगर बीजेपी को सीएम आवास पर कब्जा करके शांति मिलती है तो उन्हें करने दें। हम बंगलों के लिए राजनीति में नहीं आए हैं। जरूरत पड़ी तो हम सड़कों पर रहकर सरकार चलाएंगे।