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अरविंद केजरीवाल गिरफ्तारी की पूरी कहानी

Arvinda Kejriwal Arrested

Arvinda Kejriwal Arrested

परवर्तन निदेशालय (ED) ने शराब घोटाले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया है. केजरीवाल पर एक्साइज पॉलिसी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक्शन लिया गया है. ईडी ने इस मामले में अब तक 6 आरोप पत्र दायर किए हैं और 128 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति जब्त की है. आम आदमी पार्टी (AAP) का कहना है कि केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। वो जेल से सरकार चलाएंगे।

Delhi ka CM Kaun Hoga, Delhi Sharab Ghotala Kya Hai, Delhi Sharab Ghotala, Arvind Kejariwal Ki Arrested, Arvind Kejriwal Girftar Kyon Huye: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद देश की सियासत जमकर गहमा-गहमी शुरू हो गई है. ED की टीम 21 मार्च की शाम 10वें समन के साथ केजरीवाल के घर पहुंची और कथित शराब नीति घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में दो घंटे पूछताछ की और गिरफ्तार कर ले गई. इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने केजरीवाल को गिरफ्तारी पर अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया था. उसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की. लेकिन ईडी की टीम पहले ही एक्शन मोड में आ गई. फिलहाल, केजरीवाल मुख्यमंत्री रहते हुए गिरफ्तार होने वाले देश के पहले नेता बन गए हैं.

परवर्तन निदेशालय (ED) 22 मार्च को केजरीवाल को PMLA कोर्ट में पेश करेगी और पूछताछ के लिए रिमांड मांगेगी। इधर गिरफ्तारी के खिलाफ 22 मार्च को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई संभव है. वहीं केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद सरकार और विपक्ष के बीच लड़ाई नए सिरे से शुरू हो गई है. भाजपा इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी जीत बता रही है तो आम आदमी पार्टी इसकी वजह बीजेपी का डर बता रही है. ‘आप’ के कार्यकर्ता सुबह सड़कों पर उतर गए और बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल ही सीएम बने रहेंगे। AAP और अन्य विपक्षी दलों ने ईडी एक्शन को लोकतंत्र की हत्या बताया है. भाजपा ने कहा कानून से कोई भ्रष्टाचारी नहीं बच सकता है. सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी 22 मार्च को केजरीवाल के परिवार से मिल सकते हैं.

किन आरोपों में फंसे केजरीवाल?

ईडी की टीम ने केजरीवाल के रूप में चौथी बड़ी गिरफ्तारी की है. सवाल उठता है कि आखिर केजरीवाल पर वो आरोप क्या हैं, जिसकी वजह से ईडी की टीम ने चंद घंटे में गिरफ्तार कर लिया। दरअसल, शराब घोटाले को लेकर पहला आरोप ईडी की चार्जशीट के मुताबिक यही है कि अरविंद केजरीवाल ने शराब घोटाले के एक आरोपी से फोन पर बात की है और कहा-विजय नायर मेरा आदमी है, ट्रस्ट करो. चार्जशीट के मुताबिक दूसरा आरोप है- नई शराब नीति के तहत आंध्रप्रदेश के एक सांसद से मुलाकात करके उन्हें केजरीवाल ने व्यापार करने का न्योता दिया। सांसद से जुड़े लोगों ने कारोबार किया भी. तीसरा आरोप है कि नई शराब नीति कैसी बने, इस मीटिंग में मनीष सिसोदिया और अधिकारी केजरीवाल के सामने मौजूद थे.

केजरीवाल को नई शराब नीति में हुए बदलाव की जानकारी थी. चौथा आरोप के कविता ने अन्य लोगों के साथ मिलकर दिल्ली शराब नीति में फायदा पाने के लिए अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया समेत ‘AAP’ के बड़े नेताओं के साथ साजिश रची. ईडी के मुताबिक नई शराब नीति से फायदा पहुंचाने के बदले आम आदमी पार्टी के नेताओं तक 100 करोड़ रूपए पहुंचाए गए. नतीजा ये हुआ है कि दिल्ली के शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल चौथे नेता हैं, जिनकी गिरफ्तारी हो गई है. केजरीवाल से पहले इसी महीने तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर की बेटी के. कविता को ईडी ने अरेस्ट किया। उससे पहले पिछले साल संजय सिंह और मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी की गई थी.

क्या है पूरा मामला?

यह मामला साल 2021-22 का है. प्रवर्तन निदेशालय का दावा है कि एक्साइज पॉलिसी को तैयार करने से लेकर लागू करने में गड़बड़ी की गई. कथित शराब घोटाले में राज्य सरकार को 2873 करोड़ रुपए घाटा हुआ है. आरोप है कि दक्षिण भारत के शराब कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के लिए दिल्ली सरकार ने 136 करोड़ रूपए लाइसेंस फीस माफ़ कर दी. इसके एवज में 100 करोड़ रुपए लिए गए. इस कथित घोटाले में तेलंगाना के पूर्व सीएम के. चंद्रशेखर राव (KCR) की बेटी के. कविता भी शामिल हैं. वो इस समय ईडी की गिरफ्त में हैं. जांच एजेंसी दोनों को आमने-सामने बैठकर पूछताछ करने की तैयारी में है. कथित शराब घोटाले में ईडी ने अब तक 6 चार्जशीट कोर्ट में दायर की है और 128 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति जब्त की है. ईडी द्वारा इस मामले में यह 16वीं गिरफ्तारी है.

ईडी और सीबीआई ने आरोप लगाया है कि शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने की दिल्ली सरकार की एक्साइज पॉलिसी ने कुछ डीलरों का सीधे तौर पर फायदा पहुंचाया। इसके बदले कथित तौर पर रिश्वत ली गई. बाद में राज्य सरकार ने इस पॉलिसी को रद्द कर दिया और दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने अनियमितताओं का सच जानने के लिए सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी. मनी लॉन्ड्रिंग का एंगल सामने आने पर ईडी की एंट्री हुई. हालांकि AAP इन आरोपों का खंडन करती आ रही है. ईडी ने अपनी चार्जशीट में केजरीवाल के नाम का कई बार उल्लेख किया है. एजेंसी ने आरोप लगाया है कि आरोपी उत्पाद शुल्क नीति तैयार करते समय केजरीवाल के संपर्क में थे.

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