Cyclone Remal Track, Weather Alert, Forecast In Hindi: भारत मौसम विज्ञान विभाग ने पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटीय क्षेत्र में चक्रवाती तूफ़ान की वार्निंग दी है.इसको लेकर ऑरेंज अलर्ट भी जारी कर दिया गया है.तूफ़ान का नाम है cyclone remal.विभाग के मुताबिक तूफ़ान कल यानि 26 मई की शाम तक इन तटीय क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है. 25 मई यानि आज पश्चिम बंगाल में छठें चरण के मतदान होने हैं.ऐसे में ये तूफ़ान चुनावी चक्रवात से टकराएगा।देखने वाली बात है की कौन सा तूफ़ान किसपर भारी पड़ता है.
क्या है रेमल? | Remal Cyclone In Hindi
इस तूफ़ान का नाम ओमान ने दिया है.रेमल एक अरेबिक शब्द है जिसका हिंदी में मतलब है रेत.साल 2024 में मानसून से पहले इस क्षेत्र में आने वाला ये पहला तूफ़ान होगा।तूफ़ान की उत्त्पत्ति बे ऑफ़ बंगाल से हो रही है।.चार तरह के cyclone होते हैं tropical cyclones, polar cyclones, mid-latitude cyclones, और mesocyclones.रेमल एक tropical cyclone है जिसे हिंदी में उष्णकटिबंधीय चक्रवात कहते हैं.इसके बारे में बात कर लेते हैं..ये तूफ़ान घुमावदार होते हैं और इन्हे टाइफून या हरिकेन के नाम से भी जाना जाता है.world meteorological department के मुताबिक tropical cyclone भूकंप के बाद दूसरी सबसे खतरनाक प्राकृतिक आपदा है.आंकड़ों की मानें तो 1,945 आपदाएं आयी हैं tropical cyclones के कारण पिछले 50 सालों में, जिसमे 8 लाख के करीब लोगों ने अपनी जान गँवाई है.और इससे विश्व ने 1.4 ट्रिलियन US Dollar का इकनोमिक लॉस झेला है.इस तरह के cyclone में तेज़ हवाएं,बाढ़,लाइटिंग और टोर्नेडो जैसी घटनाएं होती है जिससे बड़े स्तर पर जान माल का नुकसान होता है.
कैसे आता है चक्रवात? | Cyclone Formation In Hindi
अब बात करेंगे उन कारकों की जिसमे इस तूफ़ान का निर्माण होता है.दरअसल बे ऑफ़ बंगाल यानि बंगाल की खाड़ी में डिप्रेशन का निर्माण हुआ है.ये एक निम्न दबाव की स्थिति है जहाँ तेज़ घुमावदार हवाएं बहती है.इसके साथ ही इस तूफ़ान को एक्टिव होने के लिए गर्म तापमान की जरुरत है क्योंकि गरम तापमान से तूफ़ान को एनर्जी मिलती है और ये एनर्जी cyclone के फार्मेशन और इसको और भी गहन करने के लिए जरुरी है.बे ऑफ़ बंगाल में हाल फिलहाल में इस तरह की परिस्थितियों का निर्माण हो चुका है.यहाँ के पानी का तापमान 2 से 3 डिग्री बढ़ चुका है.यूनियन मिनिस्ट्री ऑफ़ अर्थ साइंस के फॉर्मर सेक्रेटरी माधवन राजीवन ने बताया कि सी सरफेस का तापमान 27 डिग्री और उससे ज्यादा होना चाहिए CYCLONE के निर्माण के लिए,और फ़िलहाल तापमान 30 डिग्री है.उन्होंने ये भी बताया कि बे ऑफ़ बंगाल और अरेबियन सी दोनों ही इस वक्त बेहद गरम हैं.
Cyclone Remal Weather Forecast
मौसम विभाग ने चेताया तूफ़ान से होने वाले नुकसान की बात करें तो IMD ने वार्निंग दी है कि CYCLONE के कारण तेज़ हवाएं और और भारी बारिश से वल्नरेबल स्ट्रक्चर जैसे कच्ची सड़कें,पावर लाइन,कम्युनिकेशन लाइन और 24 परगना की फसलों और बगीचों को भारीनुकसान पहुँच सकता है.इन इलाकों में रह रहे लोगों को जल्द से जल्द इसे छोड़कर किसी सुरक्षित जगह जाने की सलाह दी गयी है.