Site icon SHABD SANCHI

भारत में बढ़ता Credit Card Debt, समय रहते सावधान रहने की जरूरत

Credit Card Debt

Credit Card Debt

Credit Card Debt: भारत में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल तेजी से बढ़ता जा रहा है लेकिन इसके साथ Credit Card Debt भी खतरनाक लेवल तक पहुंच रहा है हाल ही के आंकड़ों के अनुसार 91 से 360 दिनों तक बकाया रहने वाला क्रेडिट कार्ड खर्च 1 साल मैं 44% से ज्यादा बढ़ चुका है यह फाइनेंशियल अनुशासन की कमी और देश में बढ़ते खर्च के दबाव को दर्शा रही है।

Credit Card Debt

Credit Card Debt में चिंताजनक बढ़ोतरी

CRIF High Mark के आंकड़े ऐसा बताते हैं कि मार्च 2024 में जहां यह बकाया राशि 23475.6 करोड़ था वहीं अब मार्च 2025 में ये बढ़कर 33886.5 करोड़ हो चुका है। विशेषज्ञों के अनुसार इस बढ़ोतरी के पीछे हमारी बढ़ती लाइफस्टाइल ज़रूरतें, क्रेडिट के आसान उपलब्धता और केवल ‘Minimum Payment Due’ भरने की आदत है।

RBI की रिपोर्ट के अनुसार, सिर्फ 40% ही ऐसे credit card वाले व्यक्ति हैं जो हर महीने अपना पूरा बकाया चुका पाते हैं क्रेडिट कार्ड पर 36 प्रतिशत से लेकर 45% तक की वार्षिक ब्याज दर होने के कारण छोटा बकाया भी समय के साथ भारी कर्ज में बदल जाता है।

बढ़ते Credit Card Debt के कारण

और पढ़ें: ₹30000 मासिक इनकम, निवेश से कैसे पूरा होगा लक्ष्य

चेतावनी संकेत

अगर आपका Credit Utilisation Ratio (CUR) 30% से ज्यादा है और EMI आय के 50% से अधिक है या बार-बार लेट पेमेंट आप दे रहे हैं, तो यह Credit Card Debt का खतरा हो सकता है।

Credit Card Debt से बचने के उपाय

Credit Card Debt केवल एक फाइनेंशियल समस्या नहीं है बल्कि एक बढ़ती सामाजिक चुनौती भी बनती जा रही है जिम्मेदार खर्च और समय पर भुगतान होने की आदत इस समस्या से बचने का सबसे आसान उपाय है।

Exit mobile version