देशभर में एक बार फिर से कोविड (COVID) के मामलों में इजाफा देखने को मिला है. अब अचानक से कोविड (COVID-19) का केस बढ़ना चिंता की बात है. अभी तक देश में कोविड से 5 लाख 33 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
देश में एक बार फिर से कोविड (COVID-19) के मामले आने शुरू हो गए हैं. Union Health Ministry के जारी आकड़ों के अनुसार देश में एक दिन में 8 नए मामले सामने आए हैं. भारत में फ़िलहाल कोरोना के 213 एक्टिव केस हैं. जारी आकड़ों के अनुसार पिछले कुछ दिनों से कोविड के मामले बढ़ रहे हैं. Economic Times की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में 2 नवंबर को देश भर में 14 नए केस सामने आए थे. इसके पहले 13अक्टूबर को 37 नए मामले दर्ज किए गए थे.
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक देश में अब तक कोरोना से मरने वालों की संख्या 5.33 लाख से ज्यादा हैं. वही जो अकड़े अभी तक जारी किए गए हैं उन आकड़ों की माने तो देश में अब तक कोरोना के 4.5 करोड़ से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. वहीं 5 नवंबर को आए 8 नए मरीजों ने एक बार फिर से चिंता की लकीर को तेज कर दिया है.
क्या कहते हैं आंकड़े
वहीं स्वास्थ मंत्रालय ने जो अकड़ा पेश किया है, उसके अनुसार देश में अब तक 4 करोड़ 44 लाख से ज्यादा लोग बीमारी से ठीक हो चुके हैं. कोरोना मामले से ठीक हुए मरीजों की रिकवरी रेट 98.81 प्रतिशत और डेथ रेट 1.19 फीसदी रही है. स्वास्थ मंत्रालय की वेबसाइट में मौजूद आकड़ों के अनुसार अब तक देशभर में 220.67 करोड़ COVID-19 वैक्सीन की खुराकें दी जा चुकीं हैं.
क्यों बढ़ने लगें अचानक से कोरोना के केस
एक्सपर्ट की माने तो लोगों का बूस्टर डोज नहीं लेना इसका कारण हो सकता है.जानकारों का कहना है कि पुरे देश में मात्र 25 प्रतिशत से भी कम लोगों ने बूस्टर डोज लगवाया है.
कोरोना के बाद ये काम न करें
पिछले एक साल से देश में अचानक से हार्ट अटैक के मामले सामने आए हैं. इस पर केंद्रीय स्वास्थ मंत्री मनसुख मांडविया(Mansukh Mandaviya) ने 30 अक्टूबर को ICMR के शोध का हवाला देते हुए कहा कि अगर किसी को severe कोविड हुआ हो यानि कोई व्यक्ति अगर गंभीर रूप से कोरोना से ग्रसित रहा है, तो एक दो साल भारी मेहनत न करें। शरीक और मानसिक दोनों तरह से ज्यादा मेहनत नहीं करने की सलाह दी है।