Corona’s new variant JN.1 Existing vaccine ineffective: भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) के मामलों में तेजी देखी जा रही है, और नया वेरिएंट (JN.1) स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए चिंता का कारण बन गया है। देश में एक्टिव केसों की संख्या 1,251 तक पहुंच गई है, जिसमें सबसे ज्यादा 430 मामले (Kerala) से और 325 मामले (Maharashtra) से, जिनमें से 316 सिर्फ (Mumbai) में हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि मौजूदा वैक्सीन इस नए वेरिएंट पर प्रभावी नहीं है, जिससे चौथी लहर का खतरा मंडरा रहा है। अगर यह लहर आती है, तो यह 28 दिन तक रह सकती है।
नए वेरिएंट का प्रभाव और वैक्सीन की सीमाएँ
JN.1 वेरिएंट, जो (Omicron) परिवार का हिस्सा है, अत्यधिक संक्रामक है, लेकिन इसके लक्षण अपेक्षाकृत हल्के हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, मौजूदा वैक्सीन इस वेरिएंट के खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा प्रदान नहीं कर रही है। Kerala Health Minister Veena George ने कहा कि यह वेरिएंट पहले भी भारत में देखा गया है, लेकिन इस बार इसकी संक्रामकता अधिक है। INSACOG के आंकड़ों के मुताबिक, Tamil Nadu में NB.1.8.1 और Gujarat में LF.7 सब-वेरिएंट के मामले भी सामने आए हैं, जिसने स्थिति को और जटिल बना दिया है।
राज्यों में स्थिति
Kerala में 430 एक्टिव केस के साथ सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है, जहां मई में 273 नए मामले दर्ज किए गए। Maharashtra में 33 नए मामले सामने आए, जिससे कुल एक्टिव केस 325 हो गए हैं, जिसमें Mumbai का बड़ा हिस्सा है। Gujarat में 83 एक्टिव केस हैं, जिनमें से 15 JN.1 वेरिएंट के हैं, और Ahmedabad में सबसे ज्यादा मामले हैं। Delhi में 104 और Karnataka में 47 मामले हैं। Uttar Pradesh से एक व्यक्ति की Chandigarh में इलाज के दौरान मृत्यु हुई, और देश में कुल 13 मौतें दर्ज की गई हैं।
स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को निगरानी बढ़ाने और कोविड-उपयुक्त व्यवहार CAB जैसे मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और भीड़ से बचने की सलाह दी है। Mumbai में Brihanmumbai Municipal Corporation ने कहा कि दिसंबर 2024 में पिछले साल की तुलना में सांस की बीमारियों में कोई खास वृद्धि नहीं हुई, लेकिन सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। Gujarat में Gandhinagar, Ahmedabad, और Rajkot के सिविल अस्पतालों में 45 बेड के आइसोलेशन वार्ड तैयार किए गए हैं।
HMPV का समानांतर खतरा
कोरोना के साथ-साथ Human Metapneumovirus (HMPV) के मामले भी भारत में बढ़ रहे हैं। Gujarat में पांच, Maharashtra और West Bengal में तीन-तीन, और Karnataka व Tamil Nadu में दो-दो मामले सामने आए हैं। Gujarat Health Minister Rushikesh Patel ने लोगों से घबराने की बजाय सावधानी बरतने की अपील की है।
विशेषज्ञों की चेतावनी
विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन की प्रभावशीलता कम होने से टीकाकरण की नई रणनीति की जरूरत है। Kerala और Maharashtra में अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है, और जीनोमिक टेस्टिंग बढ़ाई जा रही है। जनता से अपील की गई है कि वे लक्षणों जैसे बुखार, खांसी और नाक बहने पर तुरंत टेस्ट कराएँ।
JN.1 और इसके सब-वेरिएंट्स ने भारत में स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए नई चुनौती पेश की है। मौजूदा वैक्सीन की सीमाओं के कारण सरकार और स्वास्थ्य विशेषज्ञ नई रणनीतियों पर विचार कर रहे हैं। जनता को सतर्क रहने और स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है ताकि चौथी लहर के संभावित प्रभाव को कम किया जा सके।