जबलपुर। बीमार हुए घोड़ों की जांच में कोरोना जैसे लक्षण पाए गए है। यह मामला एमपी के जबलपुर जिले के रैपुरा गांव से सामने आ रहा है। जो जानकारी सामने आई है उसके तहत हैदराबाद से एमपी के रैपुरा में निजी रेस कोर्स के लिए 57 घोड़े लाए गए थो। जिसमें से 8 घोड़ों की अब तक मौत हो गई हैं। घोड़ों में फैल रही बीमारी के चलते पशुपालन विभाग उनकी जांच में जुट गया है।
कोरोना जैसे पाए गए लक्षण
जानकारी के तहत जबलपुर के रैपुरा गांव में बीमार होने के बाद मृत हुए घोड़ों में कोरोना जैसी बीमारी के लक्षण पाए गए है। पशु चिकित्सा विभाग के विशेषज्ञों का कहना है घोड़ों में ग्लैंडर्स बीमारी के लक्षण मिले हैं जो कोरोना की तरह हैं। ग्लैंडर्स एक जीवाणु संक्रमण हैं। यह घोड़ों में पाया जाता है। बताते है कि मनुष्य में भी यह फैल सकती हैं। यह बीमारी ज्यादातर दूषित भोजन-पानी से होती है और यह संकामक बीमारी है।
कोविंड प्रोटोकाल के तहत दफनाए गए घोड़े
कोरोना जैसे लक्षण वाली बीमारी घोड़ों में पाए जाने के कारण सभी घोड़ों को कोविंड प्रोटोकाल के तहत दफनाया गया हैं। घोड़ों को 15 फिट नीचे जमीन में दफनाया गया है। बताया जाता है कि ऐसे स्थान पर दफनाया गया है जहां लोगो की आवाजाही नही रहती हैं। इसके लिए प्रशासन ने जमीन उपलब्ध करवाई हैं।
एमपी समेत दिल्ली और हैदराबाद में हड़कंप
घोड़ों में पाए गए कोविंड जैसे लक्षण के चलते देश भर में हड़कंप मच गया है। एमपी समेत दिल्ली और हैदराबाद में बेहद सतर्कता बरती जा रही है। भोपाल से विशेषज्ञों का दल जबलपुर पहुचा है और घोड़ों के रहवास स्थल समेत सभी जगह का निरिक्षण करके जांच में जुटा हुआ है।