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देश में कोरोना की चौथी लहर की आहट, दिल्ली-गुजरात में सबसे ज्यादा मामले, मॉक ड्रिल से तैयारियों का जायजा

भारत में एक बार फिर कोरोना वायरस (Corona Active Cases In India) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बुधवार को देश में 4,866 एक्टिव केस दर्ज किए गए, जबकि 47 लोगों की मौत हो चुकी है (Corona Death Rate In India)। दिल्ली और गुजरात में सबसे ज्यादा 64-64 नए मामले सामने आए, इसके बाद उत्तर प्रदेश में 63 और पश्चिम बंगाल में 60 मरीज मिले। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि नया वैरिएंट JN.1 तेजी से फैल रहा है (Corona New Variant Active Cases In India), जिसके चलते सतर्कता बरतना जरूरी है।

केंद्र सरकार ने बढ़ते मामलों को देखते हुए आज देशभर के अस्पतालों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इस ड्रिल का मकसद अस्पतालों की तैयारियों को परखना है, ताकि चौथी लहर की स्थिति में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावी ढंग से काम कर सकें। खास तौर पर केरल, गुजरात, मुंबई, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और भोपाल जैसे क्षेत्रों में मॉक ड्रिल (Corona Mock Drill India) पर विशेष ध्यान दिया गया

गुजरात में अहमदाबाद और राजकोट में मामले तेजी से बढ़े हैं, जहां स्थानीय प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। केरल में भी JN.1 वैरिएंट के प्रसार के कारण अस्पतालों में मॉक ड्रिल के साथ-साथ मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है (Corona New Variant In Kerala)। मध्य प्रदेश के भोपाल और इंदौर में भी स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने की सलाह दी है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, नए वैरिएंट के लक्षण हल्के से गंभीर तक हो सकते हैं, और कुछ मामलों में लंबे समय तक बने रह सकते हैं, जिसे लॉन्ग कोविड (Long Covid Symptoms) कहा जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा वैक्सीन (Corona Vaccine Effectiveness) नए वैरिएंट पर पूरी तरह प्रभावी नहीं हो सकती, जिसके लिए बूस्टर डोज और नई वैक्सीन की जरूरत पड़ सकती है ।

महाराष्ट्र, खासकर मुंबई में भी मामले बढ़ रहे हैं, जहां पिछले 24 घंटों में 86 नए मरीज मिले। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे लक्षण दिखने पर तुरंत टेस्ट कराएं और आइसोलेशन में रहें। साथ ही, (Corona Safety Guidelines) भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग अनिवार्य बताया गया है ।

केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर स्थिति पर नजर रख रही हैं। मॉक ड्रिल के जरिए ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, बेड और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके (Corona Hospital Preparedness)। लोगों से अपील है कि वे घबराएं नहीं, लेकिन सावधानी जरूर बरतें।

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