Cooling Yoga Tips : लगातार बढ़ रही को ग्लोबल वार्मिंग के चलते हर साल गर्मी बढ़ती जा रही है। गर्मी बढ़ने का प्रमुख कारण मानवीय गतिविधियों में आधुनिकता अधिक हावी होना है। लगभग 70% घरों में आज गर्म हवा (hot air) छोड़ने वाले उपकरण मौजूद हैं। इन उपकरणों से हॉट गैस रिलीज होती हैं जो जो ठंडी हवाओं में मिलकर पर्यवारण को गर्म कर देती है। गर्मी की तपन से आमजन का हाल बुरा हो जाता है। ऐसे में लोग शरीर को ठंडा रखने के लिए ठंडे तरल पदार्थ लेते हैं। इसके अलावा कूलर, AC, पंखे जैसे उपकरण गर्मी में कुछ राहत देते हैं मगर पूरी तरह गर्मी से निजात नहीं मिल पाता है। आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे योगासन बताएंगे जिससे भीषण गर्मी में भी आप नेचुरली तरीके से ठंडक महसूस करेंगे।
हर साल गर्मी क्यों बढ़ रही (Heat Wave)
गर्मी की ताप बढ़ने के लिए आधुनिक मानवीय गतिविधियाँ जिम्मेदार हैं। घरों ने इस्तेमाल हो रहें बिजली से संचालित उपकरण वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैस छोड़ते हैं। ये गैस अन्य गैसों में मिश्रित होकर तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि कर रही हैं। इसलिए हर साल गर्मी का ताप बढ़ जाता है।
Cooling Yoga से नहीं महसूस होगी गर्मी
गर्मियों में अधिक तापमान के प्रभाव से बचने के लिए योग का सहारा लिया जा सकता है। यूँ तो योगासन शरीर को फिट और स्वस्थ बनाए रखने के लिए प्रचलित हैं। लेकिन कुछ योगासन (Cooling Yoga) ऐसे हैं जो गर्मी में राहत देते हैं। आईए जानते हैं वह कौन से योगासन जी ने करने से गर्मी से राहत मिलती है…
सर्वांगासन (Cooling Yoga 1)
गर्मी में ठंड का एहसास करने वाले योग को सर्वांगासन कहते हैं। इसे शोल्डर स्टैंड आसन के नाम से भी जानते हैं। यह योग की वह मुद्रा है, जिसमें शरीर को कंधे पर संतुलित किया जाता है। यह योग सीधे मांसपेशियों के समूहों पर प्रभाव डालता है। इससे मस्तिष्क को शांति मिलती है और गर्मियों में बड़े शरीर के तापमान को भी कम कर देता है।
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कैसे करें सर्वांगासन
सर्वांगसम करने के लिए पैरों के बीच में 90 डिग्री का कोण बनाया जाता है। सर्वांगासन करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं और घुटने मोड़े बिना ही अपने दोनों पैरों को ऊपर की ओर उठाएं। इसके हाथों से कमर को सहारा देते हुए दोनों कोहनियों को जमीन पर रख दें। फिर दोनों पैरों को सीधा ऊपर करें। पैरों को इस आकार में रखना है कि दोनों पैरों के बीच में 90 डिग्री का कोण बन जाए। कुछ सेकंड इसी मुद्रा में रहने के बाद धीरे-धीरे पैरों को नीचे लेकर आए। इस क्रिया को 5 से 10 बार दोहराया जा सकता है।
शीतली प्राणायाम (Cooling Yoga 2)
शीतली प्राणायाम मुंह से किया जाने वाला योगासन है। इसमें जीव और दांतों का प्रयोग किया जाता है। यह आसान (Cooling Yoga) शरीर को ठंडा रखने के साथ-साथ मस्तिष्क को भी स्वस्थ रखता है। इससे शरीर का बड़ा तापमान कम होने लगता है। मगर जिन लोगों को सर्दी, जुकाम या खांसी की समस्या हो उन्हें इसे नहीं करना चाहिए।
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कैसे करें शीतली प्राणायाम
शीतली प्राणायाम करने के लिए दांतों के पीछे जीभ लगाकर लंबी व गहरी सांस लें। फिर मुंह से सांस लेते हुए नाक से छोड़े। इस क्रिया को किसी भी समय किया जा सकता है। 1 दिन में इस योगासन को 10 बार दोहराया जा सकता है। इस योगासन की शुरुआत में होंठ सूखने लगते हैं। लेकिन जैसे-जैसे क्रिया का क्रम बढ़ता जाता है, होंठ सूखना बंद हो जाते हैं।
वृक्षासन (Cooling Yoga 3)
वृक्षासन शरीर को बैलेंस करने का आसन है। वृक्षासन दो शब्दों से मिलकर बना है, वृक्ष (पेड़) और आसन (मुद्रा)। इस तरह इस योगासन में वृक्ष की मुद्रा बनाई जाती है। इस योगासन से गर्मी में शरीर को ठंडक पहुंचती है।
कैसे करें वृक्षासन
वृक्षासन करने के लिए पहले बाएं पैर को दाएं पैर की जांघ पर रखें। अब दोनों हाथों को नमस्ते की क्रिया करते हुए जोड़कर ऊपर की ओर उठाएं। कुछ मिनट के लिए इसी मुद्रा में रुके रहें। फिर धीरे-धीरे सामान्य मुद्रा में आ जाए। अब पुनः दाएं पैर को बाएं पैर की जांघ पर रखें। पूरी क्रिया को दोबारा से दोहराएं। इस योगासन को पांच बार दोहरा सकते हैं।