Usha Thakur’s Statement: मध्य प्रदेश की पूर्व संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि ‘लव जिहाद’ में शामिल होकर कानून का उल्लंघन करने वालों की “आंखें फोड़कर उनके हाथ काट दिए जाने चाहिए।” ठाकुर ने दावा किया कि शरीयत कानून में ऐसे अपराधियों के लिए कठोर सजा का प्रावधान है।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की विधायक और मध्य प्रदेश की पूर्व संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने ‘लव जिहाद’ के कथित मामलों को लेकर गुरुवार, 29 मई 2025 को एक विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने कहा कि ‘लव जिहाद’ में शामिल होकर कानून का उल्लंघन करने वालों की “आंखें फोड़कर उनके हाथ काट दिए जाने चाहिए।” ठाकुर ने दावा किया कि शरीयत कानून में ऐसे अपराधियों के लिए कठोर सजा का प्रावधान है। ‘लव जिहाद’ शब्द का इस्तेमाल दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा यह दावा करने के लिए किया जाता है कि मुस्लिम पुरुष अन्य धर्मों की महिलाओं को प्रेम के बहाने इस्लाम में धर्मांतरित करने का प्रयास करते हैं।
शरीयत कानून पर ठाकुर का दावा
इंदौर और भोपाल में ‘लव जिहाद’ के कथित मामलों पर पूछे गए सवाल के जवाब में ठाकुर ने ‘पीटीआई-वीडियो’ से बातचीत में कहा कि ऐसे लोग “बड़ी दुष्टता” के साथ दावा करते हैं कि वे ‘सवाब’ (पुण्य) का काम कर रहे हैं। महू क्षेत्र की बीजेपी विधायक ने कहा, “मानवता और नैतिकता के खिलाफ आचरण करने वालों की सजा शरीयत कानून के अनुसार होनी चाहिए। अगर ये लोग लव जिहाद निरोधक कानून का उल्लंघन करते हैं, तो शरीयत के मुताबिक उनकी आंखें फोड़कर हाथ काटने की सजा दी जानी चाहिए।”
कानून और सजा पर जोर
ठाकुर ने कहा कि ‘लव जिहाद’ के खिलाफ केंद्र और मध्य प्रदेश सरकार के कानून पहले से ही सख्त हैं। उन्होंने चेतावनी दी, “ऐसे लोग अगर पुलिस की पकड़ में आए, तो वे बच नहीं पाएंगे। उनका घर और संपत्ति जब्त होगी, और वे सड़क पर भिखारी बनकर रह जाएंगे। तभी ऐसी हरकतों से बाज आएंगे।”