अयोध्या राम मंदिर में गंगा दशहरा के दिन सात मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा, होगा भव्य आयोजन

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Ayodhya Ram Mandir: प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 3 जून से शुरू होगा। इस आयोजन में अयोध्या और काशी के 101 आचार्य हिस्सा लेंगे। यह जानकारी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। अनुष्ठान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अयोध्या-काशी के 101 आचार्यों के अलावा 20 संत-धर्माचार्य, 15 गृहस्थ और ट्रस्ट के पदाधिकारी शामिल होंगे।

Ayodhya Ram Darbar Pran-Pratishtha Date: अयोध्या के श्री राम मंदिर में 5 जून को राम दरबार सहित सात मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा होगी। गंगा दशहरा के दिन सुबह 11 बजे के बाद स्थिर लग्न और अभिजीत मुहूर्त में पूजा शुरू होगी। इस आयोजन में अयोध्या और काशी के 101 आचार्य हिस्सा लेंगे। यह जानकारी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है, जिन्होंने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।

3 जून से शुरू होगा अनुष्ठान

प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 3 जून से शुरू होगा। इससे पहले 2 जून को महिलाओं द्वारा सरयू जल कलश यात्रा निकाली जाएगी। 3 जून को सुबह 6:30 बजे से सभी मंदिरों में विशेष पूजा-पाठ होगा, जो रात 9 बजे तक चलेगा। दोपहर में एक घंटे का विश्राम होगा। 4 जून को भी पूजा-पाठ का कार्यक्रम जारी रहेगा। 5 जून को सुबह 5:30 बजे से पूजा शुरू होगी और प्राण प्रतिष्ठा 11 बजे के बाद संपन्न होगी।

इन सात मंदिरों में होगी प्राण प्रतिष्ठा

मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना की गई है, जबकि परकोटे में छह मंदिरों में भगवान सूर्य, गणेश, हनुमान, शिव, माता भगवती और माता अन्नपूर्णा की मूर्तियां स्थापित की गई हैं। इन सात मंदिरों में 5 जून को प्राण प्रतिष्ठा होगी।

इसके अतिरिक्त, सप्त मंडपम में सात मंदिर बनाए गए हैं, जहां महर्षि वाल्मीकि, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, महर्षि वशिष्ठ, निषादराज, अहिल्या और शबरी की मूर्तियां स्थापित हैं।

भक्तों के लिए मंदिर खोलने की तारीख पर विचार

चंपत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। प्रथम तल पर राम दरबार और परकोटे के छह मंदिर (भगवान सूर्य, गणेश, हनुमान, शिव, माता भगवती, माता अन्नपूर्णा) भक्तों के दर्शन के लिए कब खोले जाएंगे, इस पर अभी निर्णय लिया जा रहा है। मंदिर के पश्चिमी हिस्से में लिफ्ट लगाने का कार्य भी प्रगति पर है।

रामलला का दर्शन निर्बाध जारी

अनुष्ठान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अयोध्या-काशी के 101 आचार्यों के अलावा 20 संत-धर्माचार्य, 15 गृहस्थ और ट्रस्ट के पदाधिकारी शामिल होंगे। प्राण प्रतिष्ठा उत्सव के दौरान भूतल पर रामलला का दर्शन निर्बाध जारी रहेगा।

राम दरबार की मूर्तियां

राम दरबार की मूर्तियां मकराना के सफेद संगमरमर से तैयार की गई हैं। इसमें भगवान श्रीराम और माता सीता सिंहासन पर विराजमान हैं, जबकि भरत और हनुमान उनके चरणों के पास बैठे हैं। ये मूर्तियां जयपुर में सत्य नारायण पांडे, गोविंद, केशव सहित पांच मूर्तिकारों ने बनाई हैं।

मंदिर की ऊंचाई अब 203 फीट

29 अप्रैल को राम मंदिर के मुख्य शिखर पर 42 फीट ऊंचा ध्वज दंड स्थापित किया गया, जिससे मंदिर की कुल ऊंचाई अब 203 फीट हो गई है। चंपत राय ने बताया कि ध्वज दंड को एल एंड टी और टीसीएस की इंजीनियरिंग टीम ने ट्रॉली और दो टावर क्रेन की मदद से 161 फीट ऊंचे शिखर पर स्थापित किया।

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