कांग्रेस नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल के नेतृत्व में विंध्य से कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा का आगाज हुआ. कांग्रेस ने यात्रा की शुरुआत रीवा शहर के महामृत्युंजय मंदिर में पत्रकार वार्ता के साथ शुरू की.
एमपी विधान सभा चुनाव 2023: भारतीय जनता पार्टी की जन आशीर्वाद यात्रा के बाद कांग्रेस ने विंध्य से अपनी जन आक्रोश यात्रा की शुरुआत कर दी है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल के नेतृत्व में मंगलवार 19 सितंबर को रीवा शहर के महामृत्युंजय मंदिर में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई और यही से Jan Akrosh Yatra शुरू हुई.
महामृत्युंजय मंदिर में हुई प्रेस वार्ता के दौरान अजय सिंह राहुल ने बताया कि, कांग्रेस की जन आशीर्वाद यात्रा विंध्य के रीवा जिले से शुरू होकर महाकौशल होते हुए मध्य भारत तक जाएगी। जन आक्रोश यात्रा 1400 किमी की होगी। यात्रा रीवा से सीधी, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर से होते हुए रायसेन जिले में पहुंचेगी और भोजपुर में इसका समापन होगा। इस यात्रा में कोंग्रेसी, शिवराज सरकार की 18 साल की नकमियाबी बताएगी। रीवा जिले में तीन दिन तक जन आक्रोश यात्रा चलती रहेगी।
दूसरी पार्टी की स्कीम चुरा रहे!
अजय सिंह राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मध्य प्रदेश सरकार को निशाने में लेते हुए कहा कि- MP में महिलाएं असुरक्षित हैं, चौतरफा भ्रष्टाचार है, राज्य सरकार का खजाना खाली है. शिवराज घोषणा कर रहे हैं. इतना कर्ज लाद दिया है कि उतारना मुश्किल हो जाएगा। मालूम है कि अब प्रदेश से बाहर हो रहे हैं तो दूसरी पार्टी की स्कीम चुरा रहे हैं.
जन आक्रोश यात्रा में कमलनाथ का वचनपत्र बांटेंगे
एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ इस बार चुनाव को लेकर काफी कॉन्फिडेंट हैं. इतने कॉन्फिडेंट है कि उन्होंने अपने पोस्टर में खुद को ‘भावी मुख्य मंत्री’ लिखवाया है. उन्होंने मध्य प्रदेश की जनता से वोट हासिल करने के लिए 11 वादों का वचनपत्र तैयार किया है जिसे जन आक्रोश यात्रा में बांटा जाएगा। इस वचन पत्र में लिखा है-
- कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना का लाभ।
- महिलाओं को 1500 रुपए प्रतिमाह।
- 500 रुपए में गैस सिलेंडर।
- 100 यूनिट बिजली माफ, 200 यूनिट का बिल हाफ।
- 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण का लाभ।
- जातिगत जनगणना का लाभ।
- सिंचाई के पुराने बिजली बिल माफ।
- 2 घंटे सुनिश्चित सिंचाई बिजली का रास्ता साफ।
- किसान आंदोलन के मुकदमें माफ।
- किसानों को 5 हाॅर्स पॉवर बिजली बिल माफ।