भारतीय डेलिगेशन में थरूर के नाम पर कांग्रेस को आपत्ति

shashi tharoor

All Party Delegation: मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत सरकार ने डेलिगेशन की सूची में शशि थरूर का नाम सबसे ऊपर रखा, जबकि कांग्रेस ने दावा किया कि उसने सरकार को भेजी गई चार सांसदों की सूची में थरूर का नाम शामिल नहीं किया था। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने थरूर के नाम पर आपत्ति जताई।

All Party Delegation: हाल ही में भारत सरकार द्वारा एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल (All Party Delegation) के गठन की घोषणा के बाद कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नाम को लेकर विवाद छिड़ गया है। यह प्रतिनिधिमंडल दुनिया भर की पांच प्रमुख राजधानियों में जाकर भारत के रुख को स्पष्ट करने और पाकिस्तान के आतंकवादी मंसूबों को बेनकाब करने का कार्य करेगा, विशेष रूप से “ऑपरेशन सिंदूर” के संदर्भ में।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत सरकार ने डेलिगेशन की सूची में शशि थरूर (Shashi Tharoor) का नाम सबसे ऊपर रखा, जबकि कांग्रेस ने दावा किया कि उसने सरकार को भेजी गई चार सांसदों की सूची में थरूर का नाम शामिल नहीं किया था। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने थरूर के नाम पर आपत्ति जताई, जिससे यह सवाल उठा कि आखिर थरूर का नाम कैसे और क्यों शामिल हुआ।

थरूर की निष्ठा पर सवाल उठाए

कांग्रेस नेता उदित राज ने थरूर की निष्ठा पर सवाल उठाए। उदित राज ने पहले भी पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल) के बाद थरूर के केंद्र सरकार के प्रति नरम रुख की आलोचना की थी। उन्होंने थरूर से पूछा था कि उनकी निष्ठा कांग्रेस के साथ है या बीजेपी के साथ। इस बार भी, थरूर के डेलिगेशन में शामिल होने को लेकर कांग्रेस के भीतर असंतोष देखा जा रहा है, क्योंकि कुछ नेताओं को लगता है कि थरूर की वैश्विक छवि और कूटनीतिक समझ के बावजूद, वह पार्टी लाइन से हटकर सरकार का समर्थन करते हैं।

कांग्रेस की ओर से जयराम रमेश ने स्पष्ट किया कि पार्टी ने थरूर का नाम प्रस्तावित नहीं किया था। कुछ नेताओं का मानना है कि थरूर का चयन सरकार की ओर से एक राजनीतिक चाल हो सकती है, ताकि कांग्रेस को असहज स्थिति में डाला जाए। थरूर की हाल की टिप्पणियों, जैसे कि पहलगाम हमले पर केंद्र सरकार के प्रति नरम रुख और अमेरिका से भारतीय प्रवासियों के निर्वासन पर उनकी टिप्पणी, ने पार्टी के भीतर असंतोष को बढ़ाया है।

सम्मानित महसूस कर रहा हूं: शशि थरूर

दूसरी तरफ, शशि थरूर ने डेलिगेशन का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी मिलने पर केंद्र का आभार जताया। उन्होंने X पर लिखा, ‘मैं हाल की घटनाओं पर हमारे देश का दृष्टिकोण रखने के लिए पांच प्रमुख देशों की राजधानियों में एक सर्वदलीय डेलिगेशन का नेतृत्व करने के लिए भारत सरकार के निमंत्रण से सम्मानित महसूस कर रहा हूं। जहां राष्ट्रीय हित की बात होगी तो, वहां मैं पीछे नहीं रहूंगा।’ इससे पहले शशि थरूर ने 8 मई को केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान और दुनिया के लिए मजबूत संदेश है। भारत ने 26 बेकसूर नागरिकों की मौत का बदला लेने के लिए सटीक कार्रवाई की।

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