Arvind Kejriwal: शुक्रवार को 39 दिन बाद शराब नीति मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जेल से रिहा हुए। सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को अंतरिम जमानत पर चुनाव प्रचार के लिए रिहा किया है। मगर, क्या आप जानते हैं कि आप अध्यक्ष अरविन्द केजरीवाल को जेल से बाहर निकालने में एक कांग्रेस नेता का हाथ है। यह कांग्रेस नेता अरविन्द केजरीवाल के लिए किसी संकटमोचक से कम नहीं है। कोर्ट में अरविन्द केजरीवाल की जमानत पर रोक लगाने के लिए ED ने कई दलीलें पेश की लेकिन कांग्रेस नेता ने ED की सभी दलीलों का करारा जवाब दिया, जिसे कोर्ट को भी मानना पड़ा। आईये जानते हैं कि अरविन्द केजरीवाल का संकटमोचक कौन हैं…
कौन है कौन है ‘आप का संकटमोचक’
‘आप का संकटमोचक’ कोई और नहीं बल्कि कांग्रेस के नेता अभिषेक मनु सिंघवी हैं। अभिषेक मनु सिंघवी के तर्क पूर्ण जवाबों को सुनकर ही सुप्रीम कोर्ट अरविन्द केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने पर मजबूर हो गई। हालांकि शराब नीति मामले की जांच कर रही ED ने अरविन्द केजरीवाल की रिहाई रोकने के लिए भरसक प्रयास किया। लेकिन सिंघवी ने ED के सभी आरोपों की तर्कों के साथ आलोचना की। अभिषेक मनु सिंघवी के तार्किक जवाबों के आगे कोर्ट भी हामी भरता गया। आखिरकार सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को 1 जून तक के लिए अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया।
कांग्रेस ने सिंघवी को चुना (Arvind Kejriwal bail)
दरअसल, 21 मार्च को अरविन्द केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उनके परिवार को कानूनी मदद देने का आश्वासन दिया था। क्योंकि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस इंडी गठबंधन का हिस्सा है, इसलिए अरविंद केजरीवाल की रिहाई कांग्रेस के लिए भी महत्वपूर्ण थी। अदालत में अरविंद केजरीवाल की पैरवी के लिए कांग्रेस ने अभिषेक मनु सिंघवी को चुना। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में अरविंद केजरीवाल पर लगाए गए सभी आरोपों के खिलाफ नेतृत्व किया।
कोर्ट में सिंघवी ने किया ED को निरुत्तर
सुप्रीम कोर्ट में अरविन्द केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के शराब नीति मामले में सुनवाई के दौरान अभिषेक मनु सिंघवी भी अदालत में मौजूद थे। कोर्ट में अभिषेक और ED के बीच घंटों दलीलें और सवाल-जवाब हुएं। ED के सभी आरोपों पर कांग्रेस नेता ने पॉइंट-टू-पॉइंट जवाब दिया। उन्होंने सबसे पहले शराब नीति मामले में हुई अरविन्द केजरीवाल की गिरफ्तारी का खंडन किया। इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की टाइमिंग पर भी सवाल किया।
सुप्रीम कोर्ट में क्या हुआ ? (Arvind Kejriwal hearing)
- जब न्यायमूर्ति संजीव खन्ना – आम आदमी पार्टी प्रमुख ने जमानत याचिका क्यों नहीं दायर की?
- अभिषेक मनु सिंघवी – क्योंकि गिरफ्तारी अवैध है और जमानत के लिए आवेदन करना यह स्वीकार करना होगा कि गिरफ्तारी वैध थी। अगर ईडी ने सोचा था कि केजरीवाल शामिल थे, तो उन्होंने एक दोषी मुख्यमंत्री को 1.5 साल तक खुला क्यों रहने दिया?
- ED – मुख्यमंत्री नौ बार पूछताछ के लिए समन में शामिल नहीं हुए।
- अभिषेक मनु सिंघवी – किसी को केवल अपराध के सबूत पर गिरफ्तार किया जा सकता है, महज संदेह में नहीं।
सुप्रीम कोर्ट ने की सिंघवी की तारीफ
कोर्ट में कांग्रेस नेता के तर्क पूर्ण जवाब सुनकर सुप्रीम कोर्ट ने भी उनकी तारीफ की। सुनवाई कर रहें सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश बीआर गवई ने कहा कि सभी को अभिषेक मनु सिंघवी से सीखना चाहिए कि कोर्ट में सही समय पर उपस्थित कैसे होते हैं। एसजी तुषार मेहता ने चुटकी लेते हुए कहा कि सिंघवी कभी छुट्टियां भी नहीं लेते।
किन शर्तों पर मिली अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत?
आप नेता संजय सिंह को भी कराया था रिहा
अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ही नहीं अभिषेक मनु सिंघवी ने आप नेता संजय सिंह की रिहाई में भी बड़ी भूमिका निभाई थी। साल 2023 के अक्टूबर माह में आप नेता संजय सिंह को शराब नीति मामले में गिरफ्तार किया गया था। मामले में सुनवाई के दौरान अभिषेक मनु सिंघवी ने अदालत में यह तर्क दिया था कि ED संजय सिंह की गिरफ्तारी के बाद पांच महीनों तक एक भी सबूत कोर्ट में पेश नहीं कर पाई। जिसके बाद इसी साल 4 अप्रैल को कोर्ट ने आप नेता संजय सिंह को जमानत पर रिहा कर दिया।
हाई प्रोफाइल वकील हैं अभिषेक मनु सिंघवी
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी अर्थशास्त्र से ग्रेजुएट हैं। उन्होंने ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज से पीएच.डी. की डिग्री ली और फिर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पब्लिक इंटरनेशनल लॉ (पीआईएल) किया। कांग्रेस नेता संघवी का हाई प्रोफाइल वकील हैं और एक सुनवाई के लिए 20.5 लाख रुपये चार्ज करते हैं। यूपीए शासन के दौरान सिंघवी कानून और न्याय पर संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष थे। इसके आलावा सिंघवी ने सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) के पद पर भी कार्य कर चुके हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विवादित बयान को लेकर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने चुनाव आयोग से पीएम मोदी की शिकायत ही की है।