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बनावटीपन नहीं, Personality Development के लिए ज़रूरी है कॉन्फिडेंस और सेल्फ रिस्पेक्ट

Personality Development

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Personality Development Tips In Hindi: आज की तेज़ रफ्तार और दिखावे से भरी दुनिया में कई लोग पर्सनैलिटी डेवलपमेंट को बाहरी स्टाइल, यानी बोलने की भाषा शैली , मासूमियत से भरी आवाज़ बदलकर बोलना या बनावटी एटीट्यूड से जोड़ लेते हैं लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि सच्चा आत्म-विकास केवल चेहरे पर मुस्कान या ड्रेसिंग सेंस से नहीं आता।

आपकी  अच्छी और मजबूत पहचान,आत्मविश्वास यानी कॉन्फिडेंस और आत्म-सम्मान मतलब सेल्फ रिस्पेक्ट से बनती है और इसे ही कहते हैं एक मजबूत और प्रभावशाली पर्सनैलिटी। यह आर्टिकल समझाता है कि क्यों बनावटीपन से ज़्यादा ज़रूरी है खुद पर भरोसा और खुद ही खुद का इज्ज़त-सम्मान। इसलिए ये आर्टिकल जरूर पढ़ें विश्वास करें आप इसे पढ़ने के बाद खुद से प्यार करने लगेंगे।

पहले जानें कि आखिर बनावटीपन क्या, और ये क्यों नुकसानदायक है ?

कॉन्फिडेंस यानी खुद पर यकीन करने की ताकत

सेल्फ रिस्पेक्ट यानी सबसे पहले खुद का सम्मान

बनावटीपन से बचें-असली बने रहें

ऐंसे बढ़ाएं अपना कॉन्फिडेंस और सेल्फ रिस्पेक्ट

विशेष :- पर्सनैलिटी का मतलब सिर्फ बाहरी आकर्षण या चाल-ढाल नहीं है क्योंकि इसे बनावटीपन कहते हैं। असली मजबूती बल्कि अपने अंदर की असली ताकत है  कॉन्फिडेंस और सेल्फ रिस्पेक्ट । इसलिए अपने व्यक्तित्व की नींव को एक प्रभावशाली और प्रेरणादायक व्यक्तित्व बनाने के लिए इस लेख की बातें जरूर फॉलो करें क्योंकि इससे खड़ा होता है एक सर्वश्रेष्ठ व्यक्तित्व। अंत में ये मूल मंत्र हमेशा याद रखें कि…जो असली होता है वही स्थायी होता है।

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