Haryana Vidhan Sabha : हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Vidhan Sabha Election 2024) से पहले सीएम सैनी विधानसभा भंग कर सकते हैं। हरियाणा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज कैबिनेट बैठक बुलाई। मंत्रिमंडल की बैठक में विधानसभा भंग करने का निर्णय लिया जा सकता है। विधानसभा भंग होने के बाद भी सीएम सैनी कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक कार्य करेंगे।
CM सैनी ने बुलाई कैबिनेट बैठक (Haryana Vidhan Sabha)
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 (Haryana Election 2024) के लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही है। इस बीच बुधवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि कैबिनेट बैठक में सीएम सैनी विधानसभा भंग करने का निर्णय ले सकते हैं। आगे चुनाव से पूर्व विधानसभा भंग हो जाती है तो भी सीएम सैनी चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करेंगे।
क्या CM सैनी भंग करेंगे विधानसभा (Haryana Vidhan Sabha)
संविधान में नियम है कि किसी भी राज्य की विधानसभा में हर छह महीने में एक विधानसभा सत्र बुलाना अनिवार्य है। संविधान के अनुच्छेद 174 (1) में स्पष्ट लिखा है कि विधानसभा के दो सत्रों के बीच छह महीने से ज्यादा का अंतराल नहीं होना चाहिए। लेकिन सीएम सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद से एक बार भी विधानसभा सत्र नहीं बुलाया गया। अब हरियाणा (Haryana Vidhan Sabha) में संवैधानिक संकट को टालने के लिए मुख्यमंत्री सैनी को राज्यपाल से विधानसभा भंग करने की सिफारिश करनी होगी। इसलिए सीएम सैनी ने आज मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है।
13 मार्च को बुलाया गया था आखिरी विधानसभा सत्र
हरियाणा (Haryana Vidhan Sabha) में आखिरी विधानसभा का सत्र 13 मार्च को बुलाया गया था। उस समय मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस्तीफा दे दिया था। विधानसभा सत्र के दौरान नायब सिंह सैनी ने विश्वास मत हासिल किया था। उसके बाद से हरियाणा विधानसभा सत्र नहीं बुलाया गया। जबकि संवैधानिक रूप से छह महीने में एक विधानसभा सत्र बुलाना अनिवार्य है। सीएम सैनी को 12 सितंबर तक कैबिनेट बैठक बुलानी थी। इसलिए उन्होंने आज मंत्रिमंडल बैठक बुलाई।
आज इस्तीफा दे सकते हैं सीएम सैनी (Haryana Vidhan Sabha)
विधानसभा भंग होने के सवाल पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मीडिया से कहा था कि अगर वे विधानसभा सत्र नहीं बुलाएंगे तो यह कोई संवैधानिक रूप से गलत नहीं है। फिलहाल हरियााणा के सीएम नायब सैनी आज विधानसभा भंग कर सकते हैं। अगर राज्यपाल विधानसभा भंग करने की स्वीकृति देंगे तो सीएम सैनी उन्हें अपना इस्तीफा दे सकते हैं। सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद भी नायब सिंह सैनी कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करेंगे।
Also Read : Bihar assembly elections 2025 : सांसद बनते ही उपेंद्र कुशवाहा ने दिखाए तेवर, सीट बटवारे को लेकर किए प्रश्न।