MPESB MP Patwari Bharti: पटवारी भर्ती को मध्यप्रदेश सरकार ने दी हरी झंडी

MP PATWARI -

पटवारी भर्ती परीक्षा का रिजल्ट 30 जून 2023 में आया था. धांधली के आरोप लगे तो तत्कालीन शिवराज सरकार ने जांच होने तक नियुक्ति पर रोक लगाते हुए रिजल्ट होल्ड कर दिया था. 13 जुलाई 2023 की शाम को शिवराज सिंह ने ट्वीट किया कि ‘इस परीक्षा में एक सेंटर के रिजल्ट पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है. लिहाजा इस परीक्षा के आधार पर की जाने वाली नियुक्तियां अभी रोक रहा हूं. सेंटर के रिजल्ट का पुनः परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद ही आगे की कार्यवाही होगी।

MPESB MP Patwari Bharti 2023, MP Patwari Recruitment Result, MP Patwari Recruitment Protest, MP Patwari Exam: सरकार पटवारी भर्ती परीक्षा के चयनित अभ्यर्थियों को जल्द नियुक्ति देगी। जांच आयोग ने परीक्षा को क्लीन चित दे दी है. सामान्य प्रशासन विभाग ने 15 फरवरी को पटवारी भर्ती परीक्षा के घोषित परिणाम के आधार पर ही नियुक्ति करने के आदेश दिए हैं. आदेश के अनुसार होल्ड किए गए ग्रुप-2 और सब ग्रुप-4 के परिणाम भी जल्द घोषित होंगे।

पटवारी भर्ती परीक्षा का रिजल्ट 30 जून 2023 में आया था. धांधली के आरोप लगे तो तत्कालीन शिवराज सरकार ने जांच होने तक नियुक्ति पर रोक लगाते हुए रिजल्ट होल्ड कर दिया था. 13 जुलाई 2023 की शाम को शिवराज सिंह ने ट्वीट किया कि ‘इस परीक्षा में एक सेंटर के रिजल्ट पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है. लिहाजा इस परीक्षा के आधार पर की जाने वाली नियुक्तियां अभी रोक रहा हूं. सेंटर के रिजल्ट का पुनः परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद ही आगे की कार्यवाही होगी।

19 जुलाई 2023 को जस्टिस राजेंद्र वर्मा की अध्यक्षता में जांच के लिए आयोग गठित किया गया. आयोग को जांच के लिए 31 अगस्त तक का समय दिया गया, लेकिन इसके बाद जांच आयोग का कार्यकाल पहले 31 अक्टूबर और फिर 15 दिसंबर तक बढ़ गया. इसके बाद नई सरकार में कार्यकाल 31 जनवरी तक बढ़ा दिया गया.

जांच में क्या हुआ?

भोपाल, इंदौर, जबलपुर और रीवा सहित अन्य संभागों के छात्रों ने जांच आयोग के दफ्तर में आकर बयान दर्ज कराए। छात्रों ने परीक्षा में धांधली की आशंका वाले कई तथ्य पेश किए, लेकिन इसके पक्ष में कोई सबूत पेश नहीं किए गए. जस्टिस वर्मा खुद अलग-अलग परीक्षा सेंटर गए.

जस्टिस वर्मा ने ग्वालियर के एनआरआई कॉलेज सहित कुछ दूसरे परीक्षा सेंटर की भी जांच की. इसमें व्यापम से मांगी जानकारी से यहां की पूरी प्रक्रिया को वेरिफाई किया गया. इसमें बताया गया है कि किसी खास सॉफ्टवेयर की मदद से यदि कोई सिस्टम को रिमोट पर ले लें, बस यही धांधली की आशंका है. बाकी सिक्योरिटी प्रोटोकॉल में कहीं कोई गड़बड़ी नजर नहीं आ रही है. लेकिन सिस्टम को रिमोट पर लिए जाने के संबंध में कोई पुख्ता साक्ष्य उपलब्ध नहीं हो सका है.

कांग्रेस ने की थी सीबीआई से जांच कराने की मांग

एक तरफ पटवारी भर्ती परीक्षा के चयनित अभ्यर्थी रिजल्ट रोके जाने का विरोध कर रहे थे, तो वहीं दूसरी ओर ऐसे अभ्यर्थी जो चयनित नहीं हुए थे और परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगा रहे थे वे सड़कों पर उतर आए थे. भोपाल, इंदौर और प्रदेश भर में प्रदर्शन हुए थे. कांग्रेस ने सीबीआई से जांच कराने तक की मांग कर दी थी.

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