Parliament Security News: संसद भवन की सुरक्षा चूक के बाद संसद की सुरक्षा में CISF को जल्द शामिल किया जा सकता है. सरकार में इस बात को लेकर विचार चल रहा है कि CISF संसद परिसर की सुरक्षा में एक्सपर्ट है. इसलिए सुरक्षा की जिम्मेदारी CISF को दी जा सकती है.
संसद भवन परिसर में हुई सुरक्षा चूक की हालिया घटना के मद्देनजर इसकी व्यापक सुरक्षा का जिम्मा CISF (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) को सौंपने का फैसला किया जा सकता है. सूत्रों ने 21 दिसंबर को यह जानकारी दी कि सीआईएसएफ एक केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल है जो वर्तमान में परमाणु और एयरोस्पेस डोमेन के अंतर्गत प्रतिष्ठानों, असैन्य एयरपोर्ट और कई केंद्रीय मेट्रो के अलावा राष्ट्रीय राजधानी के कई केंद्रीय मंत्रालयों के भवनों की सुरक्षा करता है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 20 दिसंबर को संसद भवन परिसर के सर्वेक्षण का निर्देश दिया ताकि व्यापक आधार पर CISF सुरक्षा और दमकल शाखा की नियमित तैनाती की जा सके.
केंद्र सरकार के मंत्रालयों की सुरक्षा करने वाली CISF की सरकारी भवन सुरक्षा इकाई के विशेषज्ञ और वर्तमान संसद सुरक्षा टीम के अधिकारियों के साथ सीआईएसएफ के अग्निशमन और बचाव अधिकारी इस सप्ताह के अंत में सर्वेक्षण शुरू करेंगे। सूत्रों ने बताया कि नए और पुराने दोनों संसद परिसर और उनकी संबद्ध इमारतों को सीआईएसएफ के व्यापक सुरक्षा घेरे में लाया जाएगा, जिसमें संसद सुरक्षा सेवा, दिल्ली पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के संसद ड्यूटी समूह के मौजूदा बल भी शामिल होंगे।
संसद पर 13 दिसंबर 2001 को हुए आतंकी हमले की बरसी के दिन एक बड़ी सुरक्षा चूक के तहत दो व्यक्ति शून्यकाल के दौरान दर्शकदीर्घा से लोकसभा कक्ष में कूद गए और केन से पीला धुंआ छोड़ा और नारे भी लगाए। आरोपियों को बाद में सांसदों ने काबू में कर लिया।
लगभग उसी समय दो अन्य व्यक्तियों ने संसद परिसर के बाहर नारे लगाते हुए केन से रंगीन धुआं छोड़ा। सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह की अध्यक्षता में एक समिति संसद परिसर के समग्र सुरक्षा मुद्दों को देख रही है. साथ ही सुधार के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को सिफारिश देगी।