Badlapur Encounter : ठाणे जिले के बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी की पुलिस मुठभेड़ में मौत की जांच सीआईडी कर सकती है। ठाणे पुलिस ने सीआईडी को पत्र लिखकर मामले की जांच करने का अनुरोध किया है। यौन उत्पीड़न के आरोपी अक्षय शिंदे की सोमवार शाम पुलिस वैन में मुठभेड़ में मौत हो गई।
न्यायिक जांच की मांग। Badlapur Encounter
उसकी मौत पर उसके परिवार के अलावा विपक्षी दलों की ओर से भी कई सवाल उठाए जा रहे हैं। विपक्ष मामले की न्यायिक जांच की मांग कर रहा है। अक्षय शिंदे को उसकी दूसरी पत्नी द्वारा दर्ज कराए गए यौन उत्पीड़न मामले की जांच के लिए सोमवार शाम तलोजा जेल से बदलापुर ले जाया जा रहा था। पिस्तौल छीनने के बाद फायरिंग।
पुलिस का कहना है कि रास्ते में अक्षय शिंदे ने अपने साथ चल रहे पुलिस कांस्टेबल की पिस्तौल छीन ली और एक पुलिसकर्मी पर गोली चला दी। पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षा में चलाई गई गोली से अक्षय बुरी तरह घायल हो गया। उसे घायल अवस्था में कलवा सिविक अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
एनकाउंटर की जांच करेगी सीआईडी।
इस मुठभेड़ में एक पुलिस कांस्टेबल नीलेश मोरे की जांघ में भी गोली लगी है। उसका इलाज चल रहा है। इस घटना के बाद अक्षय शिंदे और विपक्षी दल पुलिस मुठभेड़ पर कई सवाल उठा रहे हैं। इसके बाद ही ठाणे पुलिस ने इस मुठभेड़ की जांच सीआईडी से कराने का फैसला किया है।
मां ने मुठभेड़ पर उठाए सवाल Badlapur Encounter
अक्षय शिंदे पर बदलापुर के एक स्कूल में तीन और चार साल की दो लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप था। उसकी मां ने पुलिस के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा है कि वह पुलिस का हथियार नहीं छीन सकता। उसे दिवाली पर पटाखे फोड़ने से भी डर लगता था। पुलिस ने हमारे बच्चे को मार डाला है।
विपक्षी दलों ने भी सरकार को घेरा | Badlapur Encounter
अक्षय की मौत के बाद विपक्षी दलों ने भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा है कि अक्षय शिंदे को गोली मारना सबूत मिटाने की कोशिश है। अक्षय शिंदे ने पुलिस को कैसे गोली मारी? क्या पुलिस हिरासत में उसके हाथ बंधे नहीं थे?
मुठभेड़ पर लोगों का प्रदर्शन।
सोमवार को जहां विपक्षी दल इस घटना पर सवाल उठाकर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं मंगलवार को शिवसेना शिंदे गुट के कार्यकर्ता बदलापुर के उसी रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को मिठाई बांटते नजर आए, जहां लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न की खबर के बाद लोगों ने बड़ा प्रदर्शन किया था। कार्यकर्ता हाथों में ‘एकनाथ-एकन्याय’ के पोस्टर लहराते नजर आए।