Choti Diwali 2025 Vastu Tips: दीपावली से एक दिन पहले छोटी दीपावली मनाई जाती है। इसे नरक चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन कोई साधारण दिन नहीं होता बल्कि यह दिन यम देवता की पूजा का विशेष दिन होता है। इस दिन को काली चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन अभ्यंग स्नान की महत्वता भी बताई जाती है। ऐसे में एक ही दिन पर इतने सारे संयोग कोई आम बात नहीं। यह दिन सकारात्मक शक्ति को आमंत्रित करने का विशेष अवसर भी होता है और इस दिन की गई छोटी गलतियां जीवन को नकारात्मकता के गर्त में धकेल भी सकती है।
नरक चतुर्दशी पर करें माँ लक्ष्मी के स्वागत की तैयारी
इसलिए आज के इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे आसान उपाय बताने वाले हैं जिनको कर आप जीवन में स्थायी सुख-शांति और समृद्धि का द्वार खोल सकते हैं। वास्तु के अनुसार छोटी दिवाली का दिन घर की शुद्धि ऊर्जा संतुलन और लक्ष्मी जी की स्वागत की तैयारी का सबसे उत्तम समय होता है और इस दिन कुछ विशेष वास्तु उपाय से घर और किस्मत दोनों चमक उठते हैं।
आइये जानते हैं छोटी दीवाली पर कौन से वास्तु संगत उपाय करने से समृद्धि बढ़ती है
घर की सफाई: वास्तु के अनुसार छोटी दिवाली के दिन सुबह घर की साफ सफाई बेहद आवश्यक है। इस दिन झाड़ू लगाते समय धूल मिट्टी को घर की उत्तर पूर्व दिशा की ओर न करें क्योंकि यह दिशा देवताओं की दिशा होती है इसीलिए इस दिशा में गलती से भी धूल मिट्टी और कूड़ा कचरा ना रखें बल्कि इस दिशा में घी का दीपक जलाएं।
चौमुखी दीपक का प्रयोग करें: छोटी दिवाली के दिन शाम को घर के बाहर दक्षिण दिशा में चार मुख वाला दीपक जलाएं। यह दीपक दुर्भाग्य आर्थिक संकट बुरी नजर के प्रभाव को समाप्त करता है। कहा जाता है कि इस दीपक को लगाने से कुबेर देवता और यम देवता प्रसन्न होते हैं।
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कपूर और लौंग से करें हवन: छोटी दिवाली के दिन रात को घर में कपूर और 11 लौंग जलाएं। यह नकारात्मक शक्तियों को दूर करने का विशिष्ट उपाय है। कपूर जलाते समय इसमें कुछ बूंदे घी की भी डाल दे ऐसा करने से लक्ष्मी मां की कृपा प्राप्त होती है।
नरक चतुर्दशी पर करें अभ्यंग स्नान: छोटी दिवाली को रूप चतुर्दशी भी कहा जाता है। इस दिन सूर्योदय से पहले बेसन, तिल और चंदन का लेप लगाना अनिवार्य होता है। इसे अभ्यंग स्नान कहा जाता है। लेप लगाने के बाद् दक्षिण दिशा की ओर मुख कर दीपदान करने से मृत्यु भय दूर हो जाता है।

