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Children E-Games Addiction: किड्स में ई-गेम्स की बढ़ती आदत: असर और समाधान

Children E-Games Addiction: डिजिटल युग में बच्चों की दिनचर्या में मोबाइल और टैबलेट गेम्स एक अहम हिस्सा बन चुके हैं। ई-गेम्स की यह लत धीरे-धीरे उनकी सोच, व्यवहार, शारीरिक विकास और सामाजिक संबंधों को प्रभावित कर रही है।

तकनीक जहां बच्चों को नई चीज़ें सिखा सकती है, वहीं इसके इफेक्ट बच्चों के लिए नुकसानदायक भी हो सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे ई-गेम्स की लत के कारण, इसके दुष्प्रभाव और बच्चों से ई-गेम्केस की लत छुड़ाने के उपाय लेकिन उससे पहले ये जानना ज़रूरी है कि ई-गेम्स की लत आखिर बच्चों को क्यों लग रही है।

Children Games Addiction | बच्चों में क्यों बढ़ रही है ई-गेम्स की लत ?

1) बच्चों पर ई-गेम्स का मानसिक असर

3) बच्चों पर ई-गेम्स का सामाजिक असर

ई-गेम्स से बच्चों पर पड़ने वाले प्रभाव के समाधान

स्क्रीन टाइम की लिमिटेशन सेट करें जिसमें पांच से बारह वर्ष के बच्चे के लिए सिर्फ एक घंटे का स्क्रीन टाइम सेट करें खासकर पढ़ाई और सोने से पहले बिल्कुल स्क्रीन से दूरी रखें और गेजेट्स का भी टाइम शेड्यूल करें।

बच्चों पर आदर्श न लादें उन्हें विकल्प दें

  बच्चों को केवल मना न करें  बल्कि उन्हें बताएं ई-गेम्स का सही उपयोग

कुछ सिखाना है तो खुद बनें बच्चों के रोल मॉडल

विशेष :- ये बात हम सभी जानते हैं कि बच्चों का भविष्य सिर्फ स्कूल और किताबों से नहीं बनता, बल्कि उनके दैनिक व्यवहार और डिजिटल आदतों से भी बनता है। ई-गेम्स पूरी तरह नुकसानदायक नहीं हैं, परंतु उनकी मात्रा और उपयोग का संतुलन बनाना बच्चों को सिखाने के लिए पैरेंट्स को बच्चों के लिए कुछ समय एक्स्ट्रा देना होगा। समय रहते जागरूक पैरेंट्स बच्चों की डिजिटल आदतों को दिशा देकर उन्हें एक बेहतर भविष्य की ओर ले जा सकते हैं।

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