बिहार। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बिहार के पटना में बोलते हुए बताया कि बिहार और यहां के भोजपुरी भाषा का मध्यप्रदेश से गहरा रिश्ता है। दरअसल सीएम मोहन यादव बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच पटना में आयोजित यादव महासभा के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे है। सीएम मोहन यादव के इस बयान से कार्यक्रम में मौजूद लोग भोजपुरी भाषा के कनेक्शन को लेकर चर्चा करना शुरू कर दिए।
मोहन यादव ने विस्तार से बताया एमपी कनेक्शन
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पटना में बताया कि सम्राट अशोक के काल में उज्जयिनी अर्थात महाजनपद के दो स्थान हुआ करते थे। एक पटना जिसे पाटलिपुत्र कहते हैं। दूसरा अवंतिका यानी उज्जयिनी था। वहां युवराज और यहां सम्राट बैठते थे। हमारा उस काल का संबंध है।
बताया दूसरा रिश्ता
मुख्यमंत्री मोहन यादव यही तक नही रूके और कहा कि बिहार से एमपी का एक और रिश्ता है। जिसे हम भोजपुरी भाषा से जोड़ते हैं। उन्होने बताया कि राजा भोज भी अतीत के काल में परिवार सहित इस बिहार की धरती पर आए। इसलिए भोजपुरी थोड़ा यहां की है थोड़ी हमारे वहां की है। उन्होने बताया कि एमपी में गीता भवन का विस्तार किया जा रहा है और पूरे प्रदेश में गीता भवन बनाए जा रहे है। सीएम ने बताया कि उज्जैन में संदीपनी आश्रम है। ऐसे में मध्यप्रदेश की स्कूलों का नाम संदीपनी स्कूल किया गया है।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में ओबीसी कमीशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हंसराज अहीर, बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री गजेन्द्र यादव, पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामकृपाल यादव, विधायक संजीव चौरसिया, कार्यक्रम के संयोजक अशोक यादव समेत अन्य लोग मौजूद थे।