Religious Conversion News: 10वीं और 12वीं के कई आदिवासी छात्रों ने मंगलवार को थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। छात्रों का कहना है कि शिक्षिका सीमा मैथ्यूज कक्षा में पढ़ाई के बजाय ईसाई धर्म की बातें करती हैं और बार-बार उन्हें हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई बनने के लिए उकसाती हैं।
Religious Conversion News: छिंदवाड़ा जिले के जुन्नारदेव स्थित शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय के छात्रावास में कक्षा 10वीं और 12वीं के कई आदिवासी छात्रों ने मंगलवार को थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। छात्रों ने स्कूल की शिक्षिका सीमा मैथ्यूज और छात्रावास अधीक्षक नरेंद्र उईके पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
क्लास में खुलेआम ईसाई धर्म का प्रचार
छात्रों का कहना है कि शिक्षिका सीमा मैथ्यूज कक्षा में पढ़ाई के बजाय ईसाई धर्म की बातें करती हैं और बार-बार उन्हें हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई बनने के लिए उकसाती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षिका आदिवासी परंपराओं को “पुरानी और पिछड़ी” बताकर उन्हें त्यागने की सलाह देती हैं।
टीका-कलावा लगाने पर धमकी, TC काटने की बात
शिकायत में छात्रों ने बताया कि अगर कोई छात्र माथे पर टीका या हाथ में कलावा बांधकर स्कूल आता है तो शिक्षिका जबरदस्ती उसे मिटवाती और उतरवाती हैं। मना करने पर टीसी (ट्रांसफर सर्टिफिकेट) काट देने की धमकी दी जाती है। इस दबाव के कारण छात्रावास में डर का माहौल है।
हिंदू संगठनों का तीखा विरोध
मामला सामने आने के बाद विश्व हिंदू परिषद (VHP) और कन्हान बचाओ मंच ने मोर्चा खोल दिया है। विहिप के जिला मंत्री नितेश ‘गोलू’ सूर्यवंशी के नेतृत्व में दोनों संगठनों ने जनजातीय कार्य विभाग और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर शिक्षिका के निलंबन व FIR दर्ज करने की मांग की है। संगठनों ने चेतावनी दी है कि आदिवासी बच्चों की आस्था पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुलिस ने शुरू की जांच
जुन्नारदेव थाना प्रभारी राकेश सिंह बघेल ने बताया कि छात्रों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और मामले की प्राथमिकता से जांच की जा रही है। सबूत और गवाहों के बयान जुटाए जा रहे हैं। जांच रिपोर्ट जल्द वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी जाएगी, जिसके बाद कानूनी कार्रवाई तय होगी।
अभिभावकों में आक्रोश
ग्राम बिलावर कला और आसपास के अभिभावकों में भारी रोष है। उनका कहना है कि सरकारी स्कूल में बच्चों की धार्मिक स्वतंत्रता का हनन और परंपराओं से छेड़छाड़ बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वे दोषी शिक्षिका के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

