Chhattisgarh Naxalite Chetu killed in Balaghat: मध्य प्रदेश के बालाघाट में पुलिस की छत्तीसगढ़ के नक्सलियों से मुठभेड़ हुई. इस एनकाउंटर में एक नक्सलाइट मारा गया है.
बालाघाट पुलिस से हुई नक्सलियों की मुठभेड़ में चेतु नामक एक नक्सली ढेर हो गया. बताया गया कि बालाघाट पुलिस को छत्तीसगढ़ बॉर्डर से सटे इलाके में नक्सलियों के छिपे होने की खबर मिली थी. सर्चिंग शुरू हुई और पुलिस का नक्सलियों से सामना हो गया. दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हुई. इस दौरान छत्तीसगढ़ का कुख्यात नक्सली ‘चेतु’ को पुलिस की गोलियां लगीं जिससे उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद पुलिस ने इलाके में सर्च अभियान और तेज कर दिया।
घटना 15 दिसंबर की सुबह 5 बजे की बताई जा रही है. पुलिस से नक्सलियों का सामना तब हुआ जब मोतीनाला के पास कुछ नक्सली जरूरत का सामान खरीदने के लिए जा रहे थे. इसी दौरान नक्सलियों ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी फायरिंग में एक नक्सली को ढेर कर दिया गया.
जानकारी के तहत इस साल पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ में अबतक तीन नक्सलियों को मार गिराया गया है. गुरुवार को हुए एनकाउंटर के बाद मरने वाले नक्सलियों की संख्या 4 हो गई है.
बालाघाट पुलिस की मानें तो चैतू उर्फ हिडमा, MMC जोन स्पेशल कमेटी के सचिव दमा उर्फ़ मांगू का गार्ड था. जो वर्ष 2012 में नक्सली दलम में शामिल होकर पहले दंडकारण्य जोन पलटने -02 में सक्रिय रहा. जिसे वर्ष 2020 में दंडकारण्य जोन प्लाटून -02 में सक्रीय रहा. जिसे वर्ष 2020 में दंडकारण्य जोन से दबली कर MMC जोन भेजा गया. जो MSC जोन में आने वाले मालजखंड दलम में ACM के रूप में सक्रीय था.
एमएससी जोन स्पेशल कमेटी के सचिव दामा उर्फ मंगू के गार्ड टीम में शामिल होने के काण नक्सली चैतु उर्फ हिडमा को दलम में पर्सनल वैपन पाईंट 315 बोर की राइफल दी गई थी। नक्सली चैतु के बारे में पुलिस का कहना है कि वह इंसास एलएमजी चलाने में भी प्रशिक्षित था। जिसकी उसने ट्रेर्निंग ली थी।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर अंतर्गत भैरमगढ़ ब्लॉक के परम्परा निवासी चैतू उर्फ़ हिड़मा मडकाम पर तीन राज्यों, मध्यप्रदेश में 3 लाख, छत्तीसगढ़ में 5 लाख और 6 लाख, इस तरह कुल 14 लाख रूपए का इनाम घोषित था. जिस पर प्रारंभिक जानकारी अनुसार मध्यप्रदेश में हत्या एवं हत्या के प्रयास को लेकर दो मामले दर्ज थे. बालाघाट पुलिस का कहना है कि अन्य राज्यों से नक्सली चैतू उर्फ़ हिड़मा मडकाम का आपराधिक रिकॉर्ड हासिल किया जा रहा है. ताकि उसके अपराधों की जानकारी का पता चल सके.
छत्तीसगढ़ टीआई की हत्या में शामिल था चैतु
जिले के गढ़ी थाना अंतर्गत खामको दादर के जंगली क्षेत्र में हार्डकोर नक्सली चैतु उर्फ हिडमा मडकाम की मुठभेड़ में मारे जाने की घटना को लेकर आयोजित प्रेसवार्ता में डीआईजी मुकेश श्रीवास्तव ने कहा कि यह बालाघाट एवं मंडला पुलिस के साथ हॉकफोर्स एवं सीआरपीएफ की संयुक्त कार्यवाही में बड़ी सफलता मिली है।
गढ़ी क्षेत्र में नक्सलियों के मूवमेंट की जानकारी मिली थी। सूचना के आधार पर सर्चिंग के दौरान नक्सलियों ने पुलिस पार्टी पर हमला किया। जिसमें एक्सचेंज ऑफ फायर में चैतु उर्फ हिडमा मडकाम मारा गया। यह पूर्व में छत्तीसगढ़ में हुए एनकाउंटर में मारे गए दिलीप खड़गे में वांछित था, जिसे गोली लगा थी। जिस पर तीन राज्यों का 14 लाख का इनाम घोषित था। यदि इसे मारा नहीं जाता तो यह और वारदात को अंजाम दे सकता था। घटना के दौरान 12 से 15 नक्सली थे।