Chhattisgarh Naxal Operation, Abujhmad Encounter: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में अबूझमाड़ के घने जंगलों में मंगलवार देर रात (20 मई 2025) सुरक्षाबलों ने एक बड़े नक्सल विरोधी अभियान में 30 नक्सलियों को मार गिराया। इस ऑपरेशन में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG), स्पेशल टास्क फोर्स (STF), और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की संयुक्त टीमों ने हिस्सा लिया। मारे गए नक्सलियों में कई शीर्ष कमांडर शामिल हैं, जिनमें माओवादी नेता सुरेश मंडावी का नाम भी सामने आ रहा है। सुरक्षाबलों ने सभी शव बरामद कर लिए और भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक जब्त किए। अबूझमाड़ में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है।
Narayanpur Security Operation, Naxal Encounter Details: यह कार्रवाई नारायणपुर, दंतेवाड़ा, और बीजापुर की सीमा पर अबूझमाड़ के जंगलों में खुफिया सूचना के आधार पर शुरू हुई। सूचना थी कि माड़ डिवीजन और इंद्रावती एरिया कमेटी के 60 से अधिक नक्सली किसी बड़े हमले की योजना बना रहे थे। मंगलवार रात करीब 11:30 बजे सुरक्षाबल जंगल में दाखिल हुए, और तड़के 2 बजे नक्सलियों के साथ मुठभेड़ शुरू हुई। नक्सलियों ने भारी गोलीबारी की, लेकिन सुरक्षाबलों ने रणनीतिक घेराबंदी कर उन्हें पीछे हटने का मौका नहीं दिया। करीब चार घंटे की मुठभेड़ में 27 नक्सली मारे गए। एक जवान को गोली लगी, लेकिन उनकी स्थिति स्थिर है।
मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाबलों ने AK-47 राइफलें, 303 राइफलें, हथगोले, और IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) सहित कई हथियार बरामद किए। नक्सलियों के कैंप से राशन, दवाइयाँ, और माओवादी साहित्य भी मिला। सुरक्षाबलों ने कई नक्सली ठिकानों को नष्ट कर दिया। ड्रोन और हेलीकॉप्टर की मदद से अब जंगल में बचे हुए नक्सलियों की तलाश की जा रही है। मारे गए नक्सलियों की पहचान की प्रक्रिया शुरू हो गई है, और कुछ बड़े नेताओं के शामिल होने की आशंका है।
अबूझमाड़ नक्सलियों का सबसे मजबूत गढ़ है, जहां उनकी पीपुल्स लिबरेशन गेरिल्ला आर्मी (PLGA) सक्रिय है। इस क्षेत्र की दुर्गमता और जंगल की घनघोर छाया नक्सलियों को छिपने में मदद देती है। फिर भी, सुरक्षाबलों की यह कार्रवाई उनकी रणनीति और प्रशिक्षण की सफलता को दर्शाती है। बस्तर के पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया, “यह ऑपरेशन नक्सलियों के लिए करारा झटका है। हमारा अभियान तब तक नहीं रुकेगा, जब तक क्षेत्र नक्सल-मुक्त न हो जाए।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस ऑपरेशन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा, “हमारी सरकार नक्सलवाद को 2026 तक खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह कार्रवाई हमारी दृढ़ता का सबूत है।” उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने जवानों की हिम्मत की सराहना की और नक्सलियों से हथियार डालने की अपील की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस सफलता को नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का हिस्सा बताया।
नारायणपुर में 27 नक्सलियों का खात्मा नक्सलवाद के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाइयों में से एक है। यह ऑपरेशन अबूझमाड़ में माओवादियों के नेटवर्क को कमजोर करने और बस्तर में शांति स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर है। सुरक्षाबल जंगल में और संभावित ठिकानों को नष्ट करने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी रखे हुए हैं।