Chaturmas Me Kare Ye Kam: चातुर्मास हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र और आध्यात्मिक दृष्टि से फलदायी अवधि मानी जाती है। आषाढ़ शुक्ल की एकादशी से आरंभ होकर यह पक्ष कार्तिक शुक्ल की एकादशी (chaturmas date) तक चलता है। कहा जाता है कि भगवान विष्णु के योग निद्रा में जाने से लेकर भगवान विष्णु के उठने तक इन 4 महीनों में विशेष नियमों का पालन किया जाता है। इन चार महीनों में सारे मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं क्योंकि भगवान विष्णु और संपूर्ण ब्रह्मांड पुनर्निर्माण और आत्म चिंतन की अवस्था में रहते हैं। ऐसे में इस दौरान केवल जप तप, दान व्रत उपासना ही शुभ फल देते हैं।

चातुर्मास में कौनसे कार्य करने चाहिए? (Chaturmas me kya kare)
इन चार महीनों में तुलसी के सामने दीपक जलाने की भी विशेष परंपरा को शास्त्रों में बहुत ही पुण्य बताया गया है। कहा जाता है कि इन 4 महीनों में यदि आप तुलसी मैया के सामने रोजाना दीपक जलाते हैं तो इससे न केवल घर के वास्तु दोष(chaturmas upay) दूर होते हैं बल्कि आपके जीवन के आध्यात्मिक उन्नति के द्वारा भी खुलते हैं। हम आपको इसी से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने वाले हैं ताकि आप जान सके चौमासा में तुलसी के समक्ष दीपक जलाने के पवित्र लाभ।
चातुर्मास में तुलसी पर दीपक जलाने के लाभ (chaturmas me tulsi puja ke labh)
लक्ष्मी और विष्णु की कृपा: चातुर्मास में तुलसी माता के समक्ष गाय के घी ,तिल के तेल का दीपक जलाने से भगवान विष्णु और लक्ष्मी देवी की कृपा बरसती है।
नकारात्मक ऊर्जा का शमन: चातुर्मास में यदि आप तुलसी माता के सामने रोजाना घी का दिया जलाते हैं तो इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होने लगती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
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ग्रह दोष से मुक्ति: तुलसी माता के सामने यदि गाय के दीपक का गाय के घी का दीपक जलाया जाए तो बृहस्पति और शुक्र ग्रह मजबूत होते हैं इससे शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां भी दूर होती है।
पितृ दोष और पूर्वजों की शांति: चातुर्मास में यदि तुलसी माता के सामने रोजाना शाम के समय घी का दीपक जलाया गया तो पितरों को मुक्ति मिलती है कहा जाता है ऐसा करने से पितृ दोष का निवारण भी हो जाता है।
चातुर्मास में दीपक जलाने की विधि और नियम
- चातुर्मास में तुलसी माता के सामने सूर्यास्त के बाद दीपक जलाएं।
- हमेशा घी या तिल के तेल का ही दीप जलाएं।
- रोजाना स्वच्छ पानी तुलसी मां को अर्पित करें और दीपक में घी डालकर तुलसी माता के मंत्र का जाप करते हुए दीपक को उत्तर या पूर्व की दिशा की ओर रखें और इसके बाद तीन बार परिक्रमा करें।