Tirupati Temple News In Hindi: आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अपने एक हालिया बयान में कहा है, तिरुमाला-तिरुपति देवस्थानम अर्थात तिरुपति मंदिर में केवल हिंदुओं को ही काम पर रखा जाना चाहिए। अगर दूसरे धर्म के लोग मंदिर में वर्तमान में काम कर रहे हैं तो, उनके धर्म का अनादर ना करते हुए, उनकी धार्मिक भावनाओं को ठोस पहुंचाए बिना, उनको दूसरी जगह शिफ्ट किया जाना चाहिए। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री ने यह बयान शुक्रवार को मंदिर में पूजा-पाठ और दर्शन करने के बाद कही।
क्या बोले चंद्रबाबू नायडू
अपने परिवार के साथ तिरुपति मंदिर आए आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा है, तिरुपति मंदिर में केवल हिंदुओं को ही मिले नौकरी, गैर हिंदुओं को उनकी धार्मिक भवनाओं को ठेस पहुंचाए बिना यहाँ से हटाया जाएगा और दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने भगवान तिरुपति के ऊपर अपनी व्यक्तिगत आस्था व्यक्त की, जिनके वजह से उनकी कई बार जान बची है।
पोते के जन्मदिन के अवसर पर गए थे मंदिर
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू शुक्रवार को अपने बेटे लोरा लोकेश और परिवार के साथ तिरुपति मंदिर पहुंचे थे, अवसर उनके पोते देवांश के जन्मदिन का अवसर था। मुख्यमंत्री नायडू पारंपरिक परिधान को पहनकर मंदिर पहुंचे थे, जहाँ उन्होंने भगवान तिरुपति के दर्शन किए और पूजा-अर्चना की। इसके बाद वे अपने परिवार के साथ अन्न प्रसाद के वितरण में भी पहुंचे थे, वहाँ उन्होंने उन्होंने एक दिन के प्रसाद वितरण का खर्च उठाने का भी फैसला किया और टीटीडी ट्रस्ट को दान दे दिया।
पूरे देश में किया जाएगा वेंकटेश्वर मंदिर का निर्माण
चंद्रबाबू नायडू ने यहाँ पूरे देशभर के राज्यों की राजधानियों में वेंकटेश्वर मंदिर बनाए जाने के बारे में भी जानकारी दी, दुनियाभर में भगवान वेंकटेश्वर की संपत्तियों के लिए सुरक्षा का धागा बांधा जाता है, और कई भक्त देश-विदेश में भगवान वेंकटेश के मंदिर स्थापित किए जाने की इच्छा रखते हैं, इसीलिए देशभर में वेंकटेश मंदिर बनाए जाने की योजना उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है।
और क्या बोले चंद्रबाबू नायडू
मुख्यमंत्री नायडू ने सेवन हिल्स यानि तिरुमाला पहाड़ियों के चारों तरफ स्थित सात पहाड़ियों के मध्य किसी भी व्यावसायिक गतिविधियों को मंजूरी देने से इंकार कर दिया है, उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने मंदिर के निकट ही 35.32 एकड़ जमीन पर मुमताज़ होटल बनाने के अनुमति दी है, लेकिन उनकी सरकार इस प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि यहाँ खान-पान के व्यवसायिक गतिविधियों को मंजूरी दी गई है, वह केवल शाकाहारी व्यंजन ही परोसेंगे।