Chandra Grahan 2025 : कल तीन घंटे तक पड़ेंगे चंद्र ग्रहण, 10 बजे से पहले खा लें खाना, जानिए सूतक का समय 

Chandra grahan 2025

Chandra Grahan 2025 : कल रविवार को भारत समेत पूरे एशिया में साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। यह चंद्र ग्रहण देश के सभी राज्यों में दिखाई देगा। देश में चंद्र ग्रहण की अवधि तीन घंटे रहेगी। इस बार के चंद्र ग्रहण पर 100 साल बाद पितृ पक्ष का मेल बन रहा है। वैसे तो चंद्र ग्रहण खगोलीय घटना है, लेकिन इसे ज्योतिषियों के नजरिए से भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। आइये जानते हैं कि चंद्र ग्रहण कल कितने बजे से शुरू होगा और कब खत्म होगा? साथ ही ये भी जानेंगे कि चंद्र ग्रहण लगने के दौरान कौन-से काम नहीं करने चाहिए।

भारत में 7 सितंबर को चंद्र ग्रहण का समय (Chandra Grahan 2025 time In India)

7 सितंबर, रविवार को लगने वाला चंद्र ग्रहण पूर्ण ग्रहण होगा, जो शनि की राशि कुंभ और गुरु के नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद में लगेगा। यह साल 2025 का आखिरी चंद्र ग्रहण है। ज्योतिष के अनुसार, 7 सितंबर का चंद्र ग्रहण बहुत ही खतरनाक माना जा रहा है। चंद्र ग्रहण रात 9:58 बजे लगना शुरू होगा और आधी रात 1:26 बजे तक रहेगा। चंद्र ग्रहण की शुरूआत में (रात 8:59 बजे) चाँद पर हल्का धुंधलापन दिखना शुरू होगा, जिसे पेनब्रा स्टेज कहा जाता है। पूरे ग्रहण का समय कुल 3 घंटे 28 मिनट का रहेगा।

कब से माना जाएगा सूतक का समय  (Chandra Grahan 2025 sutak time)

सूतक का समय चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले माना जाता है। यानी सूतक का समय दोपहर 12:57 बजे से शुरू हो जाएगा। 8 सितंबर की मध्यरात्रि तक सूतक काल माना जाएगा। सुबह सूर्योदय के साथ ही पूजा-पाठ आदी कार्य शुरू होंगे।

कहाँ-कहाँ दिखाई देगा चंद्र ग्रहण 

यह चंद्र ग्रहण भारत के अलावा यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका, फिजी और अंटार्कटिका के कुछ हिस्सों में भी देखा जाएगा।

ग्रहों की स्थिति क्या रहेगी?

7 सितंबर को यह ग्रहण राहु के नक्षत्र शतभिषा से शुरू होकर गुरु के नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद में खत्म होगा। इस दिन सूर्य, शनि और गुरु जैसे बड़े ग्रहों का योग बन रहा है। ग्रहण के दौरान राहु और चंद्रमा साथ होंगे, साथ ही सूर्य और मंगल भी इस दिन मौजूद रहेंगे। इस तारीख का मुख्य अंक 7 है, जो केतु का संकेत है।

सूतक में क्या न करें (Chandra Grahan Sutak kaal Precautions)

शास्त्र कहते हैं कि सूतक 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है। इस समय अन्न और भोजन से बचना चाहिए। नकारात्मक काम न करें। इस समय ध्यान, भजन, राम कथा और शिव मंत्र जप करना अच्छा माना जाता है। साथ ही, ग्रहण के दौरान जो भी खाना बचा हो, उसमें तुलसी का पत्ता डाल देना चाहिए।

ग्रहण के दौरान क्या करें

  • ग्रहण के समय भगवान का मंत्र जप करें, यह बहुत फलदायी माना जाता है।
  • ग्रहण के बाद स्नान करें और गरीबों को दान दें। मंदिर जाकर वस्त्र और दक्षिणा भी दें।
  • इस समय गाय को घास खिलाएं, पक्षियों को अन्न दें और जरूरतमंदों को वस्त्र दान करें, इससे बहुत पुण्य मिलता है।

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