Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य प्राचीन भारत के महान राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री और महान विचारक थे। उन्होंने अपने जीवन में कई सारे ऐसे सूत्रों की रचना की है जो आज भी हम सभी के लिए काफी व्यावहारिक और प्रासंगिक सिद्ध होते हैं। बता दे चाणक्य ने चाणक्य नीति (chanakya niti)नाम की अपनी किताब में मनुष्य के कुछ ऐसी आदतों का वर्णन किया है जिसके माध्यम से आप यह पता कर सकते हैं कि मनुष्य असल में कैसा है?
आमतौर पर हम पढ़े लिखे मनुष्य को समझदार मानते हैं परंतु ऐसा नहीं होता। कई बार पढ़ा लिखा व्यक्ति भी अपनी आदतों की वजह से मूर्ख (meaning of educated fool) साबित हो जाता है। आज के इस लेख में हम इसी के बारे में चर्चा करेंगे और जानेंगे कुछ ऐसी आदतें जो पढ़े-लिखे व्यक्ति में यदि हों तब भी वह व्यक्ति समाज की नजरों में मूर्ख कहलाता है और हंसी का पात्र बनता है।
ऐसी आदतें जो शिक्षित व्यक्ति को भी मूर्ख बना देती हैं (habits of toxic people)
हमेशा खुद को ज्ञानी समझना: खुद को दूसरों से ज्यादा ज्ञानी समझने वाला व्यक्ति कितना भी पढ़ा लिखा हो वह वास्तव में मूर्ख ही कहलाता है क्योंकि ऐसे लोग बिना मतलब के हर बात में अपनी राय देते हैं और दूसरों के बीच में उपहास का विषय बन जाते हैं।
नीचा दिखाने वाला व्यक्ति: कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो कितना भी पढ़ लिख लें दूसरों को नीचा दिखाने से बाज नहीं आते, ऐसे व्यक्ति हमेशा मुर्ख की श्रेणी में रखे जाते हैं। यह व्यक्ति इतने घमंडी होते हैं कि वह अपने ज्ञान का बखान करने के चक्कर में दूसरों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाते हैं जिसकी वजह से लोग इसे दूरी बनाने लगते हैं।
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हर बात में अपनी प्रशंसा करना: कुछ व्यक्ति ऐसे होते हैं जो कितना भी पढ़ लिख ले खुद की प्रशंसा करते नहीं थकते। ऐसे लोग हमेशा हर बात में खुद के उदाहरण देकर अपना बखान गाते रहते हैं। इस प्रकार के व्यक्तियों के लिए दूसरों की उपलब्धियां कोई महत्व की नहीं होती यह व्यक्ति खुद की उपलब्धियां का ही बखान करते रहते हैं।
जल्दबाजी में कार्य करने वाले: कुछ लोग हर परिस्थिति में सोच समझ कर विचार करते हैं परंतु कुछ लोग ऐसे होते हैं जो पढ़े लिखे होने के बावजूद भी परिस्थितियों को बिना सोचे समझे जल्दबाजी में काम करते हैं। ऐसे लोग हमेशा अपना नुकसान तो करते ही हैं दूसरों के लिए भी हानि का कारण बन जाते हैं।