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Chanakya Niti For Married Life: शादीशुदा लोग अपनाएँ चाणक्य की यह तीन सीख

Chanakya Niti For Married Life

Chanakya Niti For Married Life

Chanakya Niti For Married Life: आचार्य चाणक्य जिन्हें हम कौटिल्य और विष्णु गुप्त के नाम से भी जानते हैं। वे प्राचीन भारत के एक महान राजनीतिक शास्त्री और अर्थशास्त्री थे। उन्होंने अपने जीवन में कई सारी ऐसी नीतियों की रचना की है जिसके माध्यम से लोग अपने जीवन को सुखी और समृद्धि बना सकते हैं। आचार्य चाणक्य ने लोगों को कई सारे सूत्रों का ज्ञान भी दिया है जिनमें मानव व्यवहार को लेकर काफी गहन शोध भी किया गया है। इनमें से कुछ सूत्र वैवाहिक जीवन से जुड़े भी है जिनमें बताया गया है कि किस प्रकार पति-पत्नी को वैवाहिक सुखी जीवन (successful married life tips) हेतु कुछ महत्वपूर्ण सिद्धांतों का पालन करना अनिवार्य है।

Chanakya Niti For Married Life

सुखी वैवाहिक जीवन (happy married life tips) के लिए पति-पत्नी करें यह काम

पति-पत्नी का रिश्ता बहुत ही नाजुक रिश्ता होता है। ऐसे में यदि दोनों अपने रिश्ते को मजबूत बनाए रखना चाहते हैं तो इन्हें कुछ महत्वपूर्ण सिद्धांतों का पालन करना पड़ता है तभी एक सफल और सुखी वैवाहिक जीवन प्राप्त होता है। आईए जानते हैं आचार्य चाणक्य के अनुसार एक सफल दांपत्य जीवन पानी के लिए क्या करना चाहिए। आचार्य चाणक्य के अनुसार वैवाहिक जीवन को सुखी बनाने के 5 महत्वपूर्ण सूत्र-

ईमानदारी और विश्वास- आचार्य चाणक्य के अनुसार पति पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए रिश्ते में ईमानदारी और विश्वास होना जरूरी है। यदि पति-पत्नी आपस में एक दूसरे के साथ ईमानदारी और विश्वास बरतते हैं तो रिश्तो में दूरियां नहीं आती और सुखी जीवन निभाने में दोनों सक्षम हो पाते हैं।

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आपसी सम्मान- आचार्य चाणक्य के अनुसार पति पत्नी को एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए। यदि दोनों में से किसी एक में दूसरे के लिए सम्मान कम होने लगे तो ऐसा रिश्ता ज्यादा समय तक टिकता नहीं है।

अहंकार का त्याग- पति-पत्नी के रिश्ते में यदि अंहकार आ जाता है तो वह रिश्ता जल्दी टूट जाता है। अहंकार त्याग करने की वजह से दोनों एक दूसरे की छोटी-मोटी कमियों को नजरअंदाज करते हैं जिससे छोटी-मोटे झगड़ा टल जाते हैं और रिश्ता मजबूत होने लगता है।

क्रोध पर नियंत्रण- पति-पत्नी दोनों में से दोनों को ही हमेशा अपने क्रोध पर नियंत्रण रखना चाहिए अन्यथा परिवार में केवल अशांति और मानसिक तनाव बना रहता है।

गोपनीयता का ध्यान- पति-पत्नी को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि दोनों के बीच की बातें किसी तीसरे तक न पहुंचे।यदि दोनों के बीच की बातें तीसरे तक पहुंचने लगती है तो पति-पत्नी का जीवन बर्बाद होने लगता है और दोनों के बीच झगड़े पनपने लगते हैं।

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