Census of India 2027: केंद्र की मोदी सरकार ने बड़ी अनाउंसमेंट कर दी है। आपको बता दें की हाल ही में भारत सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन के साथ, देश की 2027 जनगणना की प्रक्रिया आधिकारिक रूप से शुरू हो गई है।
यह अधिसूचना गृह मंत्रालय के कार्यालय, भारत के रजिस्ट्रार जनरल और जनगणना आयुक्त द्वारा जारी की गई है, जो इस दशकीय गणना के लिए एक नए युग की शुरुआत का संकेत देती है।
यह भी पढ़ें: MP: राजा रघुवंशी के भाई ने कहा -सोनम के परिवार पर भी हो कार्रवाई
यह जनगणना, जो 2020 में शुरू होने वाली थी, कोविड-19 महामारी के कारण कई बार स्थगित होने के बाद अब 1 मार्च, 2027 से प्रारंभ होगी। हालांकि, लद्दाख, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे हिमाच्छादित क्षेत्रों के लिए यह प्रक्रिया पहले, यानी 1 अक्टूबर, 2026 से शुरू होगी।
इस लिए हुई देरी
भारत में जनगणना की परंपरा 1872 से शुरू हुई थी, जब पहली पूर्ण गणना ब्रिटिश शासन के तहत हुई थी। स्वतंत्रता के बाद से यह हर दस साल में आयोजित की जाती रही है, लेकिन 2021 की गणना को महामारी के कारण अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था।
यह केवल दूसरा अवसर है जब भारत में जनगणना में देरी हुई है; पहली बार यह 1941 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुआ था, जब परिणामों की गणना अधूरी रह गई थी। इस बार भी, प्रशासनिक सीमाओं को स्थिर करने और 2024 के आम चुनावों के कारण देरी हुई।