Caste Cansus In Telangana : तेलंगाना में बुधवार से जाति जनगणना (Caste Cansus In Telangana) शुरू हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने विधानसभा चुनाव के दौरान जाति आधारित सर्वेक्षण कराने का वादा किया था। तेलंगाना सरकार (Telangana Government) ने घोषणा की है कि यह सर्वेक्षण लोगों के घर-घर तक पहुंचेगा। इसका उद्देश्य जाति के आधार पर लोगों का आर्थिक और सामाजिक डेटा एकत्र करना है, जिसके आधार पर समाज के सभी वर्गों के पिछड़े लोगों की सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक आधार पर पहचान की जाएगी।
इस सर्वेक्षण में अधिकारी और कांग्रेस नेता हिस्सा लेंगे।
राज्य सरकार ने इस सर्वेक्षण (Caste Cansus In Telangana) को एक महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। सरकारी अधिकारियों के अलावा कांग्रेस नेता भी इस सर्वेक्षण में सक्रिय रूप से भाग लेंगे, ताकि लोगों को प्रेरित किया जा सके और अधिकारियों को सहायता प्रदान की जा सके। प्रत्येक सर्वेक्षणकर्ता करीब 150 घरों में जाएगा और लोगों से 50 से अधिक सवाल पूछेगा। राज्य सरकार का मानना है कि इस रिपोर्ट के आधार पर समाज के कमजोर वर्गों के लिए कल्याण और विकास योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकेगा।
Rahul Gandhi ने इस पहल की सराहना की। Caste Cansus In Telangana
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी Rahul Gandhi ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह सिर्फ जाति सर्वेक्षण (Caste Cansus In Telangana) नहीं है, बल्कि यह विकास की रूपरेखा तैयार करने का प्रयास है। उन्होंने माना कि राज्य सरकार के जाति सर्वेक्षण। (Caste Cansus In Telangana) में कुछ कमियां हो सकती हैं, लेकिन उन्हें दूर किया जाएगा। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा, हमें समझना होगा कि भारत में भेदभाव की स्थिति गंभीर है और इसका असर हमारे संविधान पर भी पड़ता है।
सर्वेक्षणकर्ताओं को जानकारी देने का आग्रह। Caste Cansus In Telangana
राज्य के परिवहन मंत्री पोन्नम प्रभाकर (Ponnam Prabhakar) ने ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) कार्यालय में सर्वेक्षण (Caste Cansus In Telangana) शुरू करते हुए नागरिकों से बिना किसी आशंका के सर्वेक्षणकर्ताओं को जानकारी देने का आग्रह किया। प्रभाकर ने कहा कि जानकारी गोपनीय रहेगी और सर्वेक्षण का उद्देश्य असमानताओं को दूर करना और सभी के लिए समान न्याय सुनिश्चित करना है। राज्य के आईटी मंत्री डी. श्रीधर बाबू ने कहा कि सर्वेक्षण से सरकार को समाज के विभिन्न वर्गों के कल्याण और विकास के लिए योजना बनाने में मदद मिलेगी।
क्यों भेदभाव खत्म करना नहीं चाहते PM Modi।
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर भी हमला करते हुए कहा कि उन्हें आश्चर्य है कि प्रधानमंत्री ने अभी तक यह स्पष्ट क्यों नहीं किया है कि वह भारत में भेदभाव को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने पूछा, “प्रधानमंत्री यह पूछने से क्यों डरते हैं कि कॉरपोरेट, न्यायपालिका और मीडिया में कितने दलित, ओबीसी और आदिवासी हैं?” राहुल गांधी ने कहा कि वे सरकारी अधिकारियों द्वारा तैयार की जाने वाली “नौकरशाही जाति जनगणना” के पक्ष में नहीं हैं। इसके बजाय, वे चाहते हैं कि दलित, ओबीसी और पिछड़े वर्ग के लोग खुद तय करें कि सर्वेक्षण में क्या सवाल पूछे जाने चाहिए।