Caste Census In India : जाति जनगणना या मकसद कुछ और? भाजपा ने इसलिए पूरी की कांग्रेस की जिद 

Caste Census In India : देश में जाति जनगणना विपक्ष दलों का प्रमुख नारा रहा है। चुनाव उत्तर प्रदेश विधानसभा के हो या फिर आगामी बिहार विधानसभा के हो, इंडिया महागठबंधन की ओर से कांग्रेस ने जाति जनगणना की मांग की। लोकसभा चुनाव के समय से भारतीय जनता पार्टी (BJP) जाति जनगणना (Caste Census) से इनकार करती रही, लेकिन आज केंद्र की भाजपा सरकार ने जाति जनगणना कराने का खुद ही फैसला कर लिया। भाजपा के इस फैसले के बाद कांग्रेस में जीत की ख़ुशी दौड़ रही है।

जनगणना में जातियों की भी होगी गणना | Caste Census In India

बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें अश्विनी वैष्णव ने कहा कि केंद्र सरकार ने जनगणना करने का फैसला किया है। आने वाली जनगणना में जातियों (Caste Census In India) के भी गणना की जाएगी। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस सांसद राहुल गाँधी लगातार जनगणना करने की मांग केंद्र सरकार से करते रहे हैं। इसलिए केंद्र सरकार अब जनगणना में जाति की गणना भी कराएगी। 

Caste Census से सभी वर्गों का सशक्तीकरण : अमित शाह 

वहीं, केंद्र सरकार के इस फैसले पर गृह मंत्री अमित शाह ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। अमित शाह ने कहा, “सामाजिक न्याय के लिए संकल्पित मोदी सरकार ने आज एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। पीएम मोदी के नेतृत्व में आज हुई CCPA की बैठक में आगामी जनगणना में जातिगत गणना को शामिल करने का निर्णय लेकर सामाजिक समानता और हर वर्ग के अधिकारों के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता का संदेश दिया गया है।” अमित शाह ने कहा कि इस निर्णय से आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े सभी वर्गों का सशक्तीकरण होगा, समावेशन को बढ़ावा मिलेगा और यह वंचितों की प्रगति के नए मार्ग प्रशस्त करेगा।

कांग्रेस ने सत्ता में रहकर Caste Census नहीं कराया 

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जाति जनगणना को लेकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन दलों ने सत्ता में रहते हुए हमेशा जातिगत जनगणना का विरोध किया और अब विपक्ष में रहकर ये सभी दल जातिगत जनगणना की मांग कर राजनीति करते हैं। बता दें कि लगातार विपक्ष की आवाज बनकर कांग्रेस नेता राहुल गाँधी जातिगत जनगणना की मांग कर रहे थे। इसी तरह अखिलेश यादव ने भी जातिगत जनगणना का मुद्दा कई बार उठाया था।

जातिगत जनगणना पर कांग्रेस क्या बोली?

जातिगत जनगणना (Caste Census) की मांग करने वाली कांग्रेस ने केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। कांग्रेस नेता व रायबरेली सांसद राहुल गाँधी ने भाजपा सरकार के जातिगत जनगणना के फैसले को कांग्रेस की जीत बताते हुए इस फैसले का स्वागत किया है। राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “जाति जनगणना पहला कदम है हमें इससे आगे जाना है, यह हमारा विजन है इन्होंने इसे अडॉप्ट किया है। हम इसका स्वागत करते हैं लेकिन हमें इसकी तारीख बताई जाए।”

11 साल बाद कैसे जाग गई भाजपा? : Rahul Gandhi

राहुल गाँधी ने कहा, “हमने संसद में कहा था कि हम जाति जनगणना करवाएंगे। हमने यह भी कहा था कि हम 50% की सीमा को खत्म करेंगे, जो नकली दीवार है। नरेंद्र मोदी कहते थे कि सिर्फ 4 मामले हैं। पता नहीं क्या हुआ लेकिन अचानक 11 साल बाद जाति जनगणना की घोषणा कर दी गई। हम इसका पूरा समर्थन करते हैं लेकिन हम एक समय सीमा चाहते हैं।”

राहुल गाँधी ने आगे कहा, “हम जानना चाहते हैं कि यह कब तक होगा। यह पहला कदम है। तेलंगाना जाति जनगणना में एक मॉडल बन गया है और यह एक खाका बन सकता है। हम जाति जनगणना की रूपरेखा तैयार करने में सरकार को अपना समर्थन देते हैं… दो उदाहरण हैं- बिहार और तेलंगाना और दोनों के बीच बहुत बड़ा अंतर है।”

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