Delhi HFMD Outbreak: उपचारदिल्ली में मॉनसून के दौरान हैंड, फुट एंड माउथ डिजीज (Hand, Foot, and Mouth Disease) के मामलों में तेजी से वृद्धि (Rising Cases) देखी जा रही है। यह अत्यधिक संक्रामक वायरल बीमारी (Contagious Viral Illness) मुख्य रूप से 1 से 7 साल के बच्चों को प्रभावित करती है, लेकिन बड़े भी इससे संक्रमित हो सकते हैं। डॉक्टरों के अनुसार, यह बीमारी कॉक्ससैकीवायरस (Coxsackievirus) और एंटरोवायरस 71 (Enterovirus 71) के कारण होती है। दिल्ली के स्कूलों में इसके बढ़ते मामलों (School Outbreaks) के चलते कई स्कूलों ने ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की हैं और अभिभावकों के लिए सलाह जारी की है।
जाने क्या है Hand, Foot, and Mouth Disease के लक्षण
लक्षण (Symptoms): इस बीमारी के लक्षणों में बुखार (Fever), गले में खराश (Sore Throat), मुंह में छाले (Mouth Sores), और हाथ, पैर व नितंबों पर लाल चकत्ते या छाले (Rashes and Blisters) शामिल हैं। कुछ मामलों में, बच्चों को भूख कम लगना (Loss of Appetite) और चिड़चिड़ापन (Irritability) भी हो सकता है। लक्षण आमतौर पर 3-6 दिनों के बाद दिखाई देते हैं और बीमारी 7-10 दिनों में ठीक हो जाती है। हालांकि, दुर्लभ मामलों में यह वायरल मेनिन्जाइटिस (Viral Meningitis) जैसी जटिलताओं का कारण बन सकता है।
Hand, Foot, and Mouth Disease से रोकथाम के उपाय
उपचार (Treatment): इसका कोई विशिष्ट एंटीवायरल उपचार (Antiviral Treatment) नहीं है। डॉक्टर लक्षणों को कम करने के लिए पैरासिटामॉल (Paracetamol) या इबुप्रोफेन (Ibuprofen) जैसी दवाएं सुझाते हैं। मुंह के छालों के लिए नमक-पानी के गरारे (Saltwater Rinse) और पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ (Hydration) लेने की सलाह दी जाती है। गंभीर मामलों में, खासकर गर्भवती महिलाओं (Pregnant Women) को तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।रोकथाम स्वच्छता (Hygiene) इस बीमारी को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका है। नियमित रूप से हाथ धोना, खिलौनों और सतहों को कीटाणुरहित करना (Disinfect Surfaces), और संक्रमित बच्चों को स्कूल न भेजना (Isolation) जरूरी है। दिल्ली के कई स्कूलों ने कक्षाओं को ऑनलाइन (Online Classes) कर दिया है और अभिभावकों से बच्चों की निगरानी करने को कहा है। यह बीमारी मॉनसून में अधिक फैलती है (Monsoon Surge), इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है