Raja Raghuvanshi Murder Case: सृष्टि ने दावा किया था कि राजा की हत्या असम में नरबलि के तहत की गई। कामाख्या मंदिर के पुजारी सरू डोलोई हिमाद्रि ने कहा कि जब भी कामाख्या मंदिर के आसपास कोई हत्या होती है, नरबलि का मुद्दा उठाया जाता है। इस तरह के आरोपों से स्थानीय लोगों की भावनाएं आहत होती हैं। पुजारी ने सृष्टि के नरबलि के दावे को धार्मिक भावनाएं भड़काने और क्षेत्रीय तनाव पैदा करने वाला बताया।
Raja Raghuvanshi Murder Case: इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड में असम पुलिस ने राजा की मौसेरी बहन सृष्टि रघुवंशी के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामले में एक पुराने वीडियो को आधार बनाया गया है, जिसमें सृष्टि ने दावा किया था कि राजा की हत्या असम में नरबलि के तहत की गई। कामाख्या मंदिर के पुजारी सरू डोलोई हिमाद्रि ने कहा कि जब भी कामाख्या मंदिर के आसपास कोई हत्या होती है, नरबलि का मुद्दा उठाया जाता है। इस तरह के आरोपों से स्थानीय लोगों की भावनाएं आहत होती हैं। पुजारी ने सृष्टि के नरबलि के दावे को धार्मिक भावनाएं भड़काने और क्षेत्रीय तनाव पैदा करने वाला बताया। पुलिस ने सृष्टि के खिलाफ BNS की धारा 196(2), 299, और 302 के तहत केस दर्ज किया है।
वहीं, राजा के भाई विपिन ने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। हालांकि, राजा की मां उमा और भाई विपिन भी पहले नरबलि की आशंका जता चुके हैं।
सृष्टि ने मांगी माफी
राजा के लापता होने से लेकर शव मिलने तक सृष्टि सोशल मीडिया पर सक्रिय रही और मदद की गुहार लगाती रही। इस दौरान उसके एक वीडियो में नरबलि का दावा विवाद का कारण बन गया। मामले के तूल पकड़ने पर सृष्टि ने सोशल मीडिया पर माफी मांगते हुए कहा कि उसने यह बयान भावुकता में दिया था और उसका उद्देश्य किसी धर्म या समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। विपिन ने कहा कि सृष्टि ने सार्वजनिक माफी मांग ली है और जरूरत पड़ी तो वे असम जाकर बात स्पष्ट करेंगे।
हत्याकांड का विवरण
राजा और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। वे 21 मई को हनीमून के लिए गुवाहाटी होते हुए मेघालय पहुंचे थे। 23 मई को पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा में नोंगरियाट गांव से दोनों लापता हो गए। 2 जून को राजा का क्षत-विक्षत शव वेइसाडोंग फॉल्स के पास एक घाटी में मिला, जबकि सोनम 9 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में मिली।
सृष्टि का सोशल मीडिया विवाद
सृष्टि एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं और विभिन्न प्रतिष्ठानों के लिए विज्ञापन करती हैं। उनके बड़ी संख्या में फॉलोअर्स हैं। राजा के लापता होने के बाद से सृष्टि ने सोशल मीडिया पर कैंपेन शुरू किया था और लगातार वीडियो अपलोड किए। राजा की हत्या और सोनम के पकड़े जाने के बाद भी उनके कई वीडियो वायरल हुए, जिसके चलते उन्हें ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा। कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि सृष्टि यह सब वायरल होने के लिए कर रही थी, हालांकि उनके समर्थन में भी कई इन्फ्लुएंसर सामने आए।
परिजनों ने भी जताई थी नरबलि की आशंका
11 जून को राजा की मां उमा और भाई विपिन ने भी नरबलि की आशंका जताई थी। उन्होंने सवाल उठाया कि सोनम राजा को शिलॉन्ग क्यों ले जाना चाहती थी? उमा ने दावा किया कि राजा पर तंत्र क्रिया की गई होगी और सोनम ने उनकी नरबलि दी। उन्होंने कहा कि सोनम ने पूरे परिवार पर वशीकरण किया था, जिसका एहसास उन्हें अब हो रहा है। परिजनों ने आशंका जताई कि हत्याकांड में 15 लोग शामिल हो सकते हैं और हत्या के दिन ग्यारस होने के कारण नरबलि की संभावना को बल मिला।
कामाख्या मंदिर का खंडन
नरबलि के आरोपों पर कामाख्या मंदिर के पुजारी सरू डोलोई हिमाद्रि ने कहा कि वे ऐसे बयानों की निंदा करते हैं। कामाख्या मंदिर में मानव बलि की कोई परंपरा नहीं है और यह वैदिक अनुष्ठानों के लिए जाना जाता है। पुजारी ने कहा कि हर साल लाखों श्रद्धालु मंदिर आते हैं और ऐसे आरोप मंदिर की छवि खराब करते हैं। उन्होंने असम सरकार से इस तरह के आरोपों पर सख्त नियम बनाने की मांग की ताकि कामाख्या माता मंदिर जैसे शक्ति पीठों पर बेबुनियाद इल्जाम न लगाए जा सकें।