Carbide Gun Accident in MP: दीपावली पर ‘कार्बाइड गन’ के कारण प्रदेश में हुए हादसों ने हड़कंप मचा दिया। लगभग 300 लोगों की आंखों को नुकसान पहुंचा। इसके बाद भोपाल से ग्वालियर तक प्रशासन ने इन देसी गनों की खरीद-बिक्री और उपयोग पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया। रातभर छापेमारी कर संदिग्ध सामग्री जब्त की गई।
Carbide Gun Ban in Bhopal: दीपावली के दौरान ‘कार्बाइड गन’ से हुए दर्दनाक हादसों ने लोगों में दहशत फैला दी। इन देसी पटाखा गनों से करीब 300 लोगों की आंखों को नुकसान पहुंचा, जिसमें सबसे ज्यादा मामले भोपाल में दर्ज किए गए। यहां 162 से अधिक लोग घायल हुए, जबकि ग्वालियर में 36 लोगों की आंखें चोटिल हुईं। इन घटनाओं के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाए और भोपाल से ग्वालियर तक कार्रवाई शुरू कर दी।
भोपाल और ग्वालियर में कार्बाइड गन पर रोक
भोपाल में कार्बाइड पाइप गन के निर्माण, खरीद-बिक्री और भंडारण पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। ग्वालियर में जिला कलेक्टर रुचिका चौहान ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 के तहत कार्रवाई शुरू की। कलेक्टर ने कार्बाइड गनों के निर्माण, बिक्री, प्रदर्शन और उपयोग पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी।
रातभर छापेमारी, संदिग्ध सामग्री जब्त
गुरुवार देर रात ग्वालियर में प्रशासन, पुलिस और नगर निगम की संयुक्त टीमों ने भितरवार, लोहिया बाजार, नया बाजार, बाड़ा और हीरा वेल्डिंग सेंटर में छापेमारी की। कार्बाइड गन तो नहीं मिली, लेकिन गैस पाइप, कार्बाइड के टुकड़े और प्लास्टिक कवर जैसी सामग्री जब्त की गई। भोपाल में पुलिस ने एहसान नगर निवासी मोहम्मद ताहा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
देवउठनी एकादशी से पहले सख्ती
दीपावली के बाद देवउठनी एकादशी पर भी इन गनों की बिक्री का खतरा देखते हुए प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए। सभी एसडीएम को निर्देश दिए गए हैं कि प्रतिबंध का सख्ती से पालन कराया जाए।
कार्बाइड गन क्यों है खतरनाक?
कलेक्टर रुचिका चौहान के अनुसार, कार्बाइड और पानी के रिएक्शन से बनने वाली एसिटिलीन गैस अत्यधिक विस्फोटक और जहरीली होती है। यह आंखों, मस्तिष्क और नर्वस सिस्टम को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। पहले भी ऐसी गनों के फटने से लोगों की आंखों की रोशनी चली गई और कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए। प्रशासन को आशंका है कि त्योहारों और शादी समारोहों में इनका उपयोग बढ़ सकता है, जिससे बड़े हादसे हो सकते हैं।
त्योहारों से पहले बढ़ाई गई सख्ती
दीपावली से पहले प्रशासन ने पटाखों के लिए एसओपी और गाइडलाइन जारी की थीं, साथ ही दुकानों की जांच भी की गई। इसके बावजूद कार्बाइड गन की बिक्री और हादसों के वायरल वीडियो ने प्रशासन को नए प्रतिबंध लागू करने के लिए मजबूर किया।
कलेक्टर ने दी सख्त चेतावनी
कलेक्टर रुचिका चौहान ने साफ किया कि प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि कार्बाइड गन न बनाएं, न खरीदें और न ही इस्तेमाल करें, क्योंकि यह मनोरंजन नहीं, बल्कि जानलेवा खतरा है।
