कप्तान न चुने जाना Hardik Pandya के लिए ऐसी सज़ा जिसके वे हकदार नहीं थे

कप्तान न चुने जाना हार्दिक पांड्या के लिए ऐसी सज़ा जिसके वे हकदार नहीं थे

Hardik Pandya India Vs Sri Lank Tour News: भारत की विश्व चैंपियन टीम (T20 World Cup 2024) के उपकप्तान रहे हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को टी20 टीम की कप्तानी नहीं दी गई है और उनकी जगह सूर्यकुमार यादव (Surya Kumar Yadav) भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के नए कप्तान होंगे।

भारतीय टीम की कप्तानी में अप्रत्याशित बदलाव

लंबे समय से हार्दिक पांड्या को भारत के सीमित ओवरों के कप्तान के रूप में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के स्वाभाविक उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा था। हालाँकि, अब ऐसा लगता है कि पांड्या को कप्तान के रूप में अपने 16 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की संख्या में इजाफा करने के लिए चमत्कार की आवश्यकता होगी।

उप-कप्तानी भी गई

पिछले महीने अमेरिका और वेस्टइंडीज की मेजबानी में टी20 विश्व कप खिताब जीतने के दौरान हार्दिक पांड्या टीम के उप-कप्तान भी थे। फिर भी, अजीत अगरकर की राष्ट्रीय चयन समिति ने श्रीलंका में तीन मैचों की सीरीज के लिए सूर्यकुमार यादव पर भरोसा जताया है, इस तरह पांड्या को कप्तानी की रेस से बाहर कर दिया है। इसके अलावा, शुभमन गिल को उप-कप्तान बनाया गया है, जो यह दर्शाता है कि उन्हें भविष्य के लिए तैयार किया जा रहा है, जिससे पांड्या स्टार ऑलराउंडर बने रहेंगे, लेकिन कप्तानी के लिए अब चयनकर्ता उनकी ओर नहीं देख रहे हैं।

गंभीर का प्रभाव और कठिन फैसला

इस निर्णय पर नए मुख्य कोच गौतम गंभीर के प्रभाव का असर माना जा रहा है। क्योंकि चयनकर्ताओं ने राहुल द्रविड़ के उत्तराधिकारी के साथ लंबी चर्चा के बिना यह निर्णय नहीं लिया होगा। गंभीर जो कठिन निर्णय लेने के लिए जाने जाते हैं, ने 2026 में घरेलू धरती पर होने वाले अगले टी20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए सूर्यकुमार को हॉट सीट पर बिठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई होगी।

फिटनेस संबंधी चिंताएं और नेतृत्व स्थिरता

हार्दिक पंड्या से जुड़े वर्कलोड और फिटनेस संबंधी चिंताओं ने सूर्यकुमार के पक्ष में पलड़ा भारी कर दिया है, जिन्होंने सात टी20 मैचों में भारत का नेतृत्व किया है और 5 मैचों में जीत और 2 में हार दर्ज की है। साल 2022 की शुरुआत से पंड्या भारत के 79 टी20 मैचों में से 33 में हिस्सा नहीं लिया है। हालांकि वे टीम का अभिन्न अंग होंगे, लेकिन उनकी बार-बार होने वाली चोटें किसी भी स्तर पर जरूरी नेतृत्व स्थिरता को बाधित करती हैं।

शानदार मगर कमतर आंके गए कप्तान पांड्या

हार्दिक पांड्या को शायद बुरा लग रहा हो, खासकर विश्व कप में उनके शानदार प्रदर्शन के बाद खास तौर पर फाइनल में जहां उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी ने भारतीय टीम की जीत में अहम योगदान दिया। उनकी कप्तानी की साख मजबूत है, उन्होंने भारत को 20 ओवर के प्रारूप में 10 जीत दिलाई है और गुजरात टाइटन्स को 2022 में आईपीएल खिताब और 2023 में फाइनल तक पहुंचाया है। हालांकि वह टेस्ट क्रिकेट से ज्यादातर दूर रहे, जिसकी वजह से भी उनके खिलाफ माहौल बना। पांड्या ने अभी तक सिर्फ11 टेस्ट मैच ही खेल पाए हैं।

आगे क्या होगा

हार्दिक पांड्या इतने समझदार हैं कि वे निर्णय लेने वालों के दृष्टिकोण को समझ सकते हैं और भले ही वे असहमत हों, लेकिन उन्हें पता है कि वे इस बारे में कुछ नहीं कर सकते। 30 साल की उम्र में, उनके पास आगे बहुत सारा क्रिकेट है और वे कभी भी ‘हार’ न मानने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं। बात ये भी है कि वे अभी भी कप्तानी की रेस में वापसी कर सकते हैं, क्योंकि क्रिकेट में कुछ भी निश्चित नहीं होता है। फिलहाल उन्हें अपने क्रिकेट पर ध्यान देना चाहिए, जिसमें वह अभी शानदार लय में हैं।

मुंबई इंडियंस पर प्रभाव

अगले सीजन से पहले मेगा नीलामी होनी है, और यह स्पष्ट नहीं है कि पांच बार के पूर्व चैंपियन किसे रिटेन करेगी। अगर पांड्या कप्तान बने रहते हैं, जैसा कि सबसे अधिक संभावना है, और अगर मुंबई सूर्यकुमार को फिर से हासिल कर लेती है, तो इसका मतलब यह होगा कि भारतीय टी20 कप्तान लगातार दूसरे सीजन में पांड्या के नेतृत्व में खेलेंगे। हालांकि इस बदलाव ने रोहित और पांड्या के बीच संबंधों को खराब नहीं किया और इससे सूर्यकुमार-पांड्या के रिश्ते भी प्रभावित नहीं होने की संभावना है।

मुश्किलों से जूझना

हार्दिक पांड्या ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के तौर पर अपने साढ़े आठ साल के करियर में कई मुश्किलों का सामना किया है और उन पर काबू पाया है। इस बार भी उन्हें इससे पार पाना होगा।

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