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बालाघाट बसपा प्रत्याशी ने विधायक पत्नी को दी घर छोड़ने की नसीहत, जानें क्या है पूरा मामला

balaghat news

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अनुभा ने कहा कि यह घड़ी भले ही मेरे लिए धर्मसंकट से भरी हो, लेकिन मैं कभी अपने पति द्वारा कही बात का विरोध नहीं करती हूं. लेकिन जिस पार्टी ने उन पर भरोसा जताया और विधायक बनने का अवसर दिया, वह हर परिस्थिति में कांग्रेस के साथ हैं. उन्होंने कहा कि मैं घर में पति धर्म निभाऊंगी और घर से बाहर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में चुनाव प्रचार करुंगी।

लोकसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही हैं, वैसे ही नेताओं में अजीब बदलाव भी दिखाई पड़ रहे हैं. लेकिन जितना बदलाव मध्यप्रदेश के नेताओं में हुआ शायद उतना किसी राज्य में देखने को मिले। लेकिन बालाघाट का यह मामला थोड़ा अलग है. राजनीति के धर्म संकट ने पति कंकर मुंजारे ( बसपा प्रत्याशी ) और उनकी पत्नी अनुभा मुंजारे ( कांग्रेस विधायक) को आमने-सामने ला दिया है. पूर्व सांसद कंकर मुंजारे इस बार बसपा के टिकट पर बालाघाट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. उनकी पत्नी अनुभा (Anubha Munjare) ने इसी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर बालाघाट सीट जीती हैं. चूंकि अनुभा पार्टी की विधायक हैं, लिहाजा उन पर कांग्रेस प्रत्याशी सम्राट सरस्वार के प्रचार की जिम्मेदारी संगठन ने सौंप रखी है.

वहीं कंकर (Kankar Munjare) भी बसपा प्रत्याशी के रूप में अपने घर से प्रचार अभियान चला रहे हैं. ऐसे में संकट यह खड़ा हो गया है कि एक घर से दो पार्टियों का प्रचार मुमकिन नहीं है. राजनीतिक धर्म संकट देखते हुए कंकर ने पत्नी अनुभा को नसीहत दी है कि कांग्रेस का प्रचार करें तो वह घर छोड़ दें और चुनाव तक अपनी बहन के घर पर रहें और कांग्रेस का प्रचार करें। कंकर का कहना है कि, एक ही घर से दो पार्टी का प्रचार उनके उसूलों के खिलाफ है.

अनुभा ने कहा कि यह घड़ी भले ही मेरे लिए धर्मसंकट से भरी हो, लेकिन मैं कभी अपने पति द्वारा कही बात का विरोध नहीं करती हूं. लेकिन जिस पार्टी ने उन पर भरोसा जताया और विधायक बनने का अवसर दिया, वह हर परिस्थिति में कांग्रेस के साथ हैं. उन्होंने कहा कि मैं घर में पति धर्म निभाऊंगी और घर से बाहर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में चुनाव प्रचार करुंगी। वह चुनाव में कांग्रेस पार्टी की विधायक और सिपाही के रूप में निकलेंगी और पार्टी के प्रत्याशी के लिए ईमानदारी और निष्ठा से काम करके जनता के लिए उनके विजयश्री का आशीर्वाद मांगेंगी। मैं हर भूमिका निभाने के लिए तैयार हूं, मुंजारे जी ने क्या सोचकर बोला यह उनका अधिकार है, लेकिन उनके प्रति मेरी निष्ठा है, हमारा सात जन्मों का रिश्ता है.

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