Brazil President Lula Da Silva, Trump Controversy, Narendra Modi, Xi Jinping, BRICS Summit: ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा (Lula Da Silva) ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) के बातचीत के प्रस्ताव को ठुकराते हुए एक बड़ा कूटनीतिक बयान ( Lula Da Silva Statement On Trump) दिया है। मंगलवार को ब्रासीलिया में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक के दौरान लूला ने साफ कहा, “मैं ट्रम्प को कॉल नहीं करूंगा, क्योंकि वह वास्तव में बातचीत नहीं चाहते।” (US-Brazil Relations, Tariff Dispute) यह बयान अमेरिका द्वारा ब्राजील के आयात पर 50% टैरिफ (50% Tariff on Brazilian Imports) लगाने के फैसले के बाद आया है, जिसने दोनों देशों के बीच तनाव (US Brazil Trade Tensions) को चरम पर पहुंचा दिया है।
लूला ने इस टैरिफ को “ब्राजील और अमेरिका के संबंधों के लिए सबसे दुखद दिन करार दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि ब्राजील अपनी संप्रभुता और आर्थिक हितों की रक्षा के लिए विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization, WTO) और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों का सहारा लेगा। लूला ने कहा, “हम ट्रम्प के दबाव में नहीं झुकेंगे। मैं चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping), भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), और अन्य ब्रिक्स देशों (BRICS Nations) के नेताओं से बात करूंगा।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) से संपर्क नहीं करेंगे, क्योंकि पुतिन पर अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC Warrant) का वारंट है, जो उनकी यात्रा को सीमित करता है। लूला का यह बयान ट्रम्प के उस दावे के जवाब में आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि लूला “जब चाहें मुझसे बात कर सकते हैं।”
लूला ने इस प्रस्ताव को खारिज करते हुए कहा, “ट्रम्प का यह बयान केवल दिखावा है। वह ब्राजील की अर्थव्यवस्था (Brazilian Economy) को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने ब्रिक्स देशों के साथ गठजोड़ (BRICS Alliance) को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई, जो वैश्विक व्यापार (Global Trade) में एक नई शक्ति के रूप में उभर रहा है।
लूला ने कहा, “हम भारत, चीन और अन्य ब्रिक्स देशों के साथ मिलकर वैश्विक मंच पर अपनी आवाज बुलंद करेंगे।” (India-Brazil Relations, China-Brazil Relations) यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है, जब ब्रिक्स समूह (BRICS Group) वैश्विक कूटनीति (Global Diplomacy) में अपनी स्थिति को मजबूत करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। लूला ने हाल ही में हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (BRICS Summit 2025) का जिक्र करते हुए कहा कि ब्राजील, भारत और चीन जैसे देश मिलकर वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में बदलाव ला सकते हैं। उन्होंने जोर दिया कि ब्राजील अपने व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए सभी विकल्प खुले रखेगा, जिसमें वैकल्पिक व्यापार समझौते और नई साझेदारियां शामिल हैं। इसके साथ ही, लूला ने ब्राजील की जनता को आश्वासन दिया कि सरकार अर्थव्यवस्था को स्थिर रखने के लिए हर संभव कदम उठाएगी। उन्होंने कहा, “हमारा ध्यान ब्राजील के लोगों और उनकी आजीविका पर है। हम अमेरिकी नीतियों (US Trade Policies) के सामने नहीं झुकेंगे।” यह बयान वैश्विक मंच पर ब्राजील की बढ़ती मुखरता को दर्शाता है और यह संकेत देता है कि ब्रिक्स देश एकजुट होकर अमेरिकी दबाव का जवाब देने के लिए तैयार हैं।