BrahMos engineer death Lucknow : ब्रह्मोस मिसाइल के इंजी आकाशदीप की मौत-पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार – लखनऊ में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के ब्रह्मोस मिसाइल प्रोजेक्ट से जुड़े 30 वर्षीय सिस्टम इंजीनियर आकाशदीप गुप्ता की अचानक मौत ने सभी को हैरान कर दिया है। वह छुट्टी पर अपने घर लखनऊ आए हुए थे, तभी देर रात उनकी तबियत बिगड़ गई। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई। DRDO में कार्यरत ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम इंजीनियर सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के अनुसार आकाशदीप गुप्ता की लखनऊ में अचानक तबियत बिगड़ने से मौत हो गई। डॉक्टरों ने हार्ट अटैक की आशंका जताई है, जबकि पुलिस ने पोस्टमार्टम और विसरा रिपोर्ट आने तक इंतजार की बात कही है।
कौन था आकाशदीप गुप्ता ?
आकाशदीप गुप्ता, DRDO में ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे। वे पिछले सात वर्षों से मिशन से जुड़े हुए थे और दिल्ली में अपनी पत्नी के साथ रहते थे। मूल रूप से वे लखनऊ के आलमबाग स्थित ओमनगर क्षेत्र के रहने वाले थे।
उनकी शादी इसी साल 7 अप्रैल 2025 को भारती गुप्ता से हुई थी, जो दिल्ली के केनरा बैंक में नौकरी करती हैं। दिवाली की छुट्टियों में दोनों लखनऊ अपने घर आए हुए थे।
तत्कालीन घटना का विवरन
मंगलवार देर रात अचानक तबीयत बिगड़ने पर परिजन उन्हें तुरंत लोकबंधु अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। अस्पताल प्रशासन ने इसकी सूचना आलमबाग थाना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू की।
चिकित्सकों के बयान-संभावित कारण और पुलिस जांच
डॉक्टरों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में हार्ट अटैक की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, पुलिस के सोशल मीडिया अपडेट्स के अनुसार मौत का वास्तविक कारण पोस्टमार्टम और विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा और पुलिस ने घटना की जांच जारी होने रहने की बात भी स्थानीय मिडिया से कही है।
परिवार में शोक का माहौल
आकाशदीप के पिता कुलदीप गुप्ता हाल ही में यूपी पुलिस से सेवानिवृत्त हुए हैं। परिवार में उनकी पत्नी और एक बहन भी हैं। बेटे की अचानक मौत से पूरे परिवार और इलाके में शोक की लहर है।
निष्कर्ष – ब्रह्मोस मिसाइल जैसे संवेदनशील और गौरवपूर्ण प्रोजेक्ट से जुड़े इंजीनियर आकाशदीप गुप्ता की असमय मौत वैज्ञानिक समुदाय और परिवार दोनों के लिए गहरा सदमा है। डॉक्टरों और पुलिस के अनुसार, अंतिम कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा, लेकिन यह घटना युवाओं में बढ़ते हृदय रोगों और तनावपूर्ण कार्य-परिस्थितियों पर एक बार फिर सवाल खड़ा करती है।

