Book Launch कलम का स्वर-2025 : पुस्तक का विमोचन-महिला समानता पर आधारित किताब – महिला समानता पर संदर्भ पुस्तक का विमोचन,विद्वानों की कलम से निकला समाज का स्वर ,श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर श्रीधाम वृन्दावन स्थित फोगला आश्रम में चल रहे सप्तदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव के तृतीय दिवस एक विशेष आयोजन हुआ।
पुस्तक का सार ही है विषयक आधार
कथा व्यास पं. बाला व्यंकटेश शास्त्री के कर कमलों द्वारा तथा प्रोफेसर अखिलेश शुक्ल के संपादन में प्रकाशित हिंदी एवं अंग्रेजी भाषा की पुस्तक ‘महिलासामान्यतः संघर्ष एवं संभावनाएं’ का विमोचन किया गया। इस पुस्तक में भारत के विभिन्न राज्यों के ख्यातिलब्ध लेखकों एवं विद्वानों के शोध आलेख संकलित किए गए हैं। इनमें प्रमुख हैं- डॉ. रश्मि दुबे, डॉ. अलका रानी, श्रीमती आरती भट्ट, डॉ. डी.एस. भंडारी, डॉ. जगदीश प्रसाद, ललन कुमार मंडल, डॉ. मालती तिवारी, कृष्णम चतुर्वेदी, आज़ाद अली, डॉ. शुभा मिश्रा, डॉ. अलका मिश्रा, अनिल हनवत्त, डॉ. (श्रीमती) पूनम नामदेव, अरुण कुमार नामदेव, डॉ. स्वर्णिम शिप्रा, डॉ. इंदिरा बर्मन, डॉ. रूपा सल्होत्रा, डॉ. निशा बारले, डॉ. निर्मला परगनिहा, डॉ. योगेश कुमार सिंह, डॉ. रश्मि सोमवंशी, डॉ. रंजना उपाध्याय, डॉ. ममता तंवर, जाह्नवी द्विवेदी, डॉ. ममता कोरी, विवेक कुमार हिंद, डॉ. मधुसूदन त्रिपाठी, विशाखा शर्मा, हीना मित्तल, डॉ. विनायका त्रिपाठी तथा डॉ. अभिषेक कुमार। पुस्तक विमोचन समारोह में गायत्री पब्लिकेशन की निदेशक डॉ. गायत्री शुक्ला की उपस्थिति विशेष रही।

प्रेरणा का श्रोत है पुस्तक
इसके अलावा विभिन्न राज्यों से पधारे नागरिकों, साहित्यकारों और श्रद्धालुओं ने भी इस अवसर को गरिमामय बनाया। इस अवसर पर वक्ताओं ने पुस्तक की प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज महिला समानता केवल सामाजिक मुद्दा नहीं, बल्कि राष्ट्रीय विकास और मानवीय चेतना का आधार है। विद्वानों के शोध आलेख इस दिशा में महत्वपूर्ण योगदान प्रस्तुत करते हैं। फोगला आश्रम में जारी श्रीमद्भागवत कथा के साथ साहित्य और समाज के समन्वय का यह अद्वितीय संगम श्रद्धालुओं के लिए एक प्रेरणादायी अनुभव बन गया।
