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हरदा में पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट! सड़क किनारे बिखरे शव

HARDA PATAKHA FACTORY BLAST

HARDA PATAKHA FACTORY BLAST

फैक्ट्री मगरधा रोड पर बैरागढ़ गांव में है. फैक्ट्री में 6 फरवरी की सुबह करीब 11 बजे इतना तेज धमका हुआ कि पूरा शहर दहल उठा. आतिशबाजी के लिए घरों में रखे बारूद के संपर्क में आकर आग ने विकराल रूप ले लिया। इसकी वजह से क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल है. फैक्ट्री से उठती आग की लपटें और धुंए का गुबार दूर से देखा जा सकता है.

हरदा में एक पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट हो गया है. इससे आसपास के 50 से ज्यादा घरों में आग लग गई. इस घटना में 7 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए. फैक्ट्री के आसपास सड़क पर कुछ शव पड़े हुए दिख रहे हैं. 25 से अधिक घायलों को उपचार के लिए हरदा जिला अस्पताल ले जाया गया है. प्रशासन ने 100 से अधिक घर खाली करवा दिए हैं. धमाके की चपेट आने से कई राहगीर वाहन समेत दूर उछल गए. फैक्ट्री में हर मिनट धमाके हो रहे हैं.

फैक्ट्री मगरधा रोड पर बैरागढ़ गांव में है. फैक्ट्री में 6 फरवरी की सुबह करीब 11 बजे इतना तेज धमका हुआ कि पूरा शहर दहल उठा. आतिशबाजी के लिए घरों में रखे बारूद के संपर्क में आकर आग ने विकराल रूप ले लिया। इसकी वजह से क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल है. फैक्ट्री से उठती आग की लपटें और धुंए का गुबार दूर से देखा जा सकता है. सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को मौके पर रवाना कर दिया गया है. आग लगने का कारण अभी नहीं पता चला है.

SDRF के 19 जवान हरदा भेजे गए

हरदा में की इस घटना को देखते हुए नर्मदापुरम और बैतूल जिले से SDRF के जवान और राहत सामग्री भेजी गई है. नर्मदापुरम से तीन एंबुलेंस और छः फायर ब्रिग्रेड रवाना हो चुकी हैं. इसके अलावा SDRF के 19 जवानों को भी राहत और बचाव सामग्री के साथ हरदा भेजा गया है. वहीं बैतूल जिले से भी हरदा के लिए SDRF के 15 जवान, होमगार्ड एक पीसी और एक वाहन फ़ोर्स रवाना की गई हैं. इसके अलावा राहत और बचाव सामग्री भी भेजी गई हैं.

मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख का मुआवजा

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि इन घायलों के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी। 7 लोगों की मौत की जानकारी मिली है और 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. गंभीर रूप से घायल लोगों को अलाज के लिए भोपाल, इंदौर में भी भर्ती कराया गया है. मृतकों के परिवारों को चार-चार लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। इसके अलावा उनके बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च भी सरकार उठाएगी। दोबारा ऐसी घटना न हो, इसको लेकर सरकार कठोर कार्रवाई करेगी।

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